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बीकानेर,पुलिस के जांबाज पुलिस निरीक्षक विष्णुदत्त बिश्नोई और उसके 15 वर्षीय बेटे लक्ष्य की मौत के रहस्य का आज तक पर्दा नहीं उठ पाया है। सीआई को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले की सीबीआई दिल्ली की विंग जांच कर रही है जो कछुआ चाल से चल रही है। वहीं बेटे की मौत का भी मुख्य कारण सामने नहीं आया है।

बाप की मौत का तनाव सहन नहीं कर पाया लक्ष्य
परिजनों के मुताबिक विष्णुदत्त की मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उनकी मौत से मां-बाप, पत्नी, बेटी ही नहीं पूरा परिवार सदमे से नहीं उबर पाया। इसी सदमे का तनाव विष्णुदत्त का 15 वर्षीय बेटा लक्ष्य सहन नहीं कर पाया। बाप की मौत और उसकी वजह ने उसे उतना परेशान किया कि वह अपनी ही जिंदगी की जंग हार गया। घर वाले विष्णुदत्त की मौत का भूला नहीं पाए थे कि घर का चिराग ही बुझ गया। बाप-बेटे की मौत के बाद विष्णुदत्त की पत्नी व बेटी भी गुमनाम जिंदगी जी रही है। उनकी आंखें आज भी दोनों को याद कर नम हो जाती है। जेएनवीसी जांच अ​धिकारी महावीर बिश्नोई ने बताया कि पुलिस निरीक्षक विष्णुदत्त का 15 वर्षीय बेटा लक्ष्य अपने पिता की असमय हुई दुखद मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया। तनाव में आकर उसने अपने ही घर में आत्महत्या कर ली। मामले की जांच अ​धिकतर पूरी हो चुकी है। एक-दो के बयान बकाया है।

गौरतलब है कि पुलिस निरीक्षक विष्णुदत्त बिश्नोई का परिवार गंगानगर के रायसिंहनगर तहसील के लूनेवाला गांव का रहने वाला है। विष्णुदत्त ने 23 मई, 2020 को चूरू जिले के राजगढ़ में थाना​धिकारी के पद पर रहते हुए सरकारी आवास पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसके बाद यह मामला काफी गर्माया था। सुसाइड मामले में राजस्थान की सीआईडी सीबी जांच कर रही थी लेकिन परिजनों व समाज के प्रति​ष्ठि लोगों ने सीबीआई से जांच कराने की मांग उठाई। तब उक्त मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई। सीबीआई को जांच सौंपे भी साल भर से अ​धिक का समय हो गया लेकिन कोई परिणाम सामने नहीं आया है। कुछ ऐसा ही विष्णुदत्त के 15 वर्षीय बेटे लक्ष्य के सुसाइड मामले में हैं। बीकानेर के जेएनवीसी पुलिस इस मामले में घटना के दस माह बाद भी जांच पूरी नहीं कर पाई है।

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