बीकानेर। पूर्व सिंचाई मंत्री देवीसिंह भाटी इन दिनों जनमुद्दों को लेकर पूर्ण सक्रिय है, गत दिनों पेयजलापूर्ति को लेकर आमरण अनशन करने के बाद भारत माला के किसानों को मुआवजा देने के लिए रोड़ रोकना, धरना देना आदि के बाद भाटी एक बार फिर एक ज्वलन्त मुद्दे को उठा रहे है।
देवीसिंह भाटी के प्रवक्ता डूंगरसिंह तेहनदेसर ने अवगत करवाया की इस बार भाटी देशनोक थाना क्षेत्र के सरधना के एक दलित को एक जाति विशेष के लोगों ने जलाकर मारने का प्रयास किया, 80 प्रतिशत जले को जयपुर रैफर किया गया जहाँ ईलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
देवीसिंह भाटी के मुताबिक एफआईआर 49/28.04.2022 को मुकदमा दर्ज किया गया, उक्त मामले में 5 गिरफ्तारी हुई जब कि अब भी 8 दोषियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
गिरधारी राम मेघवाल पर हमले के दौरान नरपतसिंह के भी हाथ पैर तोड़ डाले गए जिसका ईलाज इतने दिन ट्रॉमा हॉस्पिटल बीकानेर में चल रहा था, इसके अलावा मोडाराम ढोली को भी गम्भीर चोट आई है अपराधियों ने मौका स्थल पर फायरिंग भी करी इतनी गम्भीर घटना के बावजूद भी देशनोक थाने ने बाकी रहे आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जो कि पुलिस प्रशासन की उदासीनता को दिखाता है।
इस सम्बन्ध में देवीसिंह भाटी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है जिसमें एक अन्य एफआईआर 58/2020 का भी उल्लेख है जिसमे भी एक दलित की हत्या के बाद गिरफ्तारी पेंडिंग चल रही है जो कि लापरवाही की द्योतक है।
भाटी ने पत्र में बताया कि सुरधना ग्राम में एक जाति विशेष के लोगों की संख्या ज्यादा है इसलिए वो उत्पात करते है, कानून हाथ मे लेते है और हत्या, हमला, अपरहण करने से भी परहेज नहीं करते साथ ही संगठित अपराध करते है।
देवीसिंह भाटी ने अपने अल्टीमेटम में 15 दिनों बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय बीकानेर पर हल्ला बोल की चेतावनी दी है मुख्यमंत्री गहलोत को, पत्र के माध्यम से।
पत्र की प्रतिलिपि अध्यक्ष मानवाधिकार आयोग राजस्थान जयपुर, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग राजस्थान जयपुर, महानिदेशक पुलिस मुख्यालय जयपुर, महानिरीक्षक पुलिस रेंज बीकानेर एवं पुलिस अधीक्षक बीकानेर को भेजी है।
भाटी ने गिरफ्तारी नहीं होने के पीछे राजनीतिक रसूखदारों के होने की भी आशंका जताई है एवं मुख्यमंत्री गहलोत से एक्शन लेने की मांग की है।