बीकानेर, सोमवती अमावस्या पर तीर्थ स्थल पर स्नान की परंपरा का पालन करते हुए बीकानेर से हजारों श्रद्धालु श्रीकोलायत के कपिल सरोवर पहुंचे। इसके साथ ही बीकानेर के लक्ष्मीनाथ मंदिर समेत विभिन्न जगहों पर लोगों की भीड़ दान पुण्य करती नजर आई।श्रीकोलायत के कपिल सरोवर में श्रद्धालुओं के स्नान कराने का सिलसिला रविवार से शुरू हो गया। सोमवार की सुबह चार से पांच बजे के बीच बड़ी संख्या में लोग झील पर पहुंचे। यहां कपिल ने मुनि के मंदिर में दर्शन किए और सरोवर में स्नान किया। मान्यता है कि सोमवती अमावस्या के दिन तीर्थ सरोवर में स्नान करना चाहिए। इन दिनों बड़ी संख्या में लोग बीकानेर से ऋषिकेश और हरिद्वार चले गए हैं। जो वहां नहीं पहुंच सके उन्होंने श्रीकोलायत में स्नान किया।
प्रदेश भर से आए श्रद्धालु
राजस्थान के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला कोरोना काल के बाद ढील के बाद अमावस्या के पहले सोमवार को देर रात शुरू हो गया। परिसर में बने गंगा मैया और पंच मंदिरों के दर्शन कर आस्था में डूबे थे। संतों की धुन पर उनके पास दान, दान और भोजन राशन था। सोमवती अमावस्या पर लगने वाले मेले को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए गए थे।
पुलिस की कार्रवाई
झील परिसर और कपिल मुनि के मुख्य मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. वहीं, सादी वर्दी में महिला आरक्षक चेन क्लीनर व ठगों पर नजर रखे हुए हैं. जाजू चौक से बाजार तक हजारों वाहन जाम रहे। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोलायत पुलिस अधिकारी सुषमा शेखावत मौके पर मौजूद रहीं। गोताखोरों की टीम भी तैयार थी। कपिल सरोवर की गहराई और हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से स्थानीय गोताखोरों की विशेष टीम तैनात की गई थी।