नागौर शहर के कृषि मंडी तिराहे से गोगेलाव तिराहे तक 6.2 किलोमीटर का फोरलेन बनाने के लिए आखिरकार भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 25 मई को 18.20 लाख की वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी है। लम्बे संघर्ष के बाद मिली वित्तीय स्वीकृति के बाद अब जल्द ही इस फोरलेन सड़क के बनने की उम्मीद है। इसके बाद शहरवासियों को सुगम यातायात के लिए अच्छी सड़क मिलेगी, वहीं यह सड़क शहर के सौंदर्य में भी चार चांद लगाएगी। वित्तीय स्वीकृति मिलते ही एनएच के अधिकारियों ने सड़क किनारे खड़े पेड़ों पर नम्बर लगाना शुरू कर दिया है, ताकि वन विभाग को सूचना देकर कटवाया जा सके।
गौरतलब है कि सांसद हनुमान बेनीवाल की मांग पर केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग-89 (नया एनएच-62) के नागौर-बीकानेर सेक्शन के किलोमीटर 166 से 172/200 तक (कृषि मंडी तिराहे से गोगेलाव तक) 6.2 किलोमीटर की सड़क को फोरलेन बनाने की घोषणा की थी।
पत्रिका के एक और अभियान को मिली सफलता
नागौर शहर में जड़ा तालाब व बख्तासागर तालाब के सौंदर्यकरण, पान मैथी को नोटिफाई कमोडिटी में शामिल कराने, 100 फीट का तिरंगा लगाने, नागौर का स्थापना दिवस बनाने सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर राजस्थान पत्रिका द्वारा चलाए गए अभियान के बाद मिली सफलता में एक और सफलता जुड़ गई है। मंत्री की घोषणा के 9 माह बाद यानी सितम्बर 2021 तक फोरलेन सड़क की वित्तीय स्वीकृति नहीं होने पर राजस्थान पत्रिका ने 17 सितम्बर 2021 को ‘9 माह बाद भी गर्भ में फोरलेन सड़क’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर अभियान की शुरुआत की और सिलसिलेवार समाचार प्रकाशित कर अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित किया। उसी के परिणामस्वरूप गुरुवार को 18.20 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति जारी हुई है।
इसलिए जरूरी है फोरलेन
वर्तमान में नागौर का सबसे अधिक विकास बीकानेर रोड पर हो रहा है। रीको औद्योगिक क्षेत्र, डीटीओ कार्यालय व जेएलएन अस्पताल शुरू होने के बाद पॉलिटेक्निक कॉलेज, कृषि कॉलेज, मॉडल स्कूल, केन्द्रीय विद्यालय, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी विकसित को चुकी हैं। अब यहां मेडिकल काॅलेज का भवन बन रहा है। इस बार राज्य सरकार ने नर्सिंग कॉलेज भी स्वीकृत कर दी है। जिसके लिए मेडिकल कॉलेज के पास ही जमीन आवंटित की गई है। गत वर्ष मिनी सचिवालय के लिए भी यहां 153 बीघा जमीन आवंटित की गई थी, जहां भविष्य में सभी सरकारी विभागों के कार्यालय बनने हैं। इसके साथ यहां न्यायालय को भी 30 बीघा जमीन दी जा चुकी है।
यूं चला फोरलेन बनाने का अभियान
जेएलएन अस्पताल सरकारी कार्यालयों, हवाई पट्टी, औद्योगिक क्षेत्र व शिक्षण संस्थान में आने-जाने के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को देखते हुए दिसम्बर 2019 में सड़क के बीच डिवाइडर बनाने की मांग उठी।
23 दिसम्बर 2019 में एडवोकेट गोविन्द कड़वा के ज्ञापन पर तत्कालीन जिला कलक्टर ने इसके लिए विभाग को पत्र लिखा।
20 फरवरी 2020 को एनएच के अधीक्षण अभियंता ने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा।
3 मार्च 2020 को पीडब्ल्यूडी (एनएच) के मुख्य अभियंता डीआर मेघवाल ने 18.15 करोड़ का प्रस्ताव तैयार कर जयपुर मुख्यालय भिजवाया।
12 अगस्त 2020 को सांसद हनुमान बेनीवाल ने केन्दीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर एनएच 89 (नया एनएच-62) पर किलोमीटर 166/00 से 172/200 तक कुल 6.2 किलोमीटर का फोरलेन बनाने की मांग की।
24 दिसम्बर 2020 को केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नागौर में 6.2 किमी का फोरलेन बनाने की घोषणा की।
17 सितम्बर 2021 को राजस्थान पत्रिका ने समाचार प्रकाशित कर बताया कि फोरलेन की घोषणा के बावजूद बजट स्वीकृत नहीं किया और मरम्मत के लिए बजट दे दिया।
22 सितम्बर 2021 को सांसद बेनीवाल ने जयपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्रालय के राजस्थान रीजन के आरओ आलोक दीपांकर से इस सम्बन्ध में चर्चा कर फोरलेन बनाने के लिए कहा।
10 अक्टूबर 2021 को स्थानीय अधिकारियों ने 16 करोड़ का रिवाइज प्रपोजल बनाकर भिजवाया।
21 मार्च को 2022 को सांसद बेनीवाल ने लोकसभा में मामला उठाया।
22 मार्च को सांसद बेनीवाल ने पेंडिंग घोषणाओं को लेकर लोकसभा में कट मोशन प्रस्ताव लगा दिया, जिस पर मंत्री गडकरी ने दी स्वीकृति। इसके बाद सांसद ने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया।
25 मई 2022 को मंत्रालय ने 18.20 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी।
आगे भी प्रयास जारी रखेंगे
नागौर शहर में कृषि मंडी तिराहे से बीकानेर की तरफ जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर 6.2 किमी की फोरलेन सड़क की स्वीकृति लगातार प्रयासों के बाद मिली है। केंद्रीय सड़क,परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस कार्य के लिए 18.20 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी करवा दी। शहरवासियों के लिए यह फोरलेन सड़क (मय डिवाइडर व रोड़ लाइट) अत्यंत लाभकारी होगी। साथ ही इससे दुर्घटनाओं पर लगाम लगेगा और आवागमन सुलभ होगा। जिले में विकास कार्यों को करवाने को लेकर आगे भी लगातार प्रयास करता रहूंगा।
– हनुमान बेनीवाल, सांसद, नागौर