बीकानेर, मानूसन की ढिलाई ने राजस्थान में खरीफ सीजन में दहलन की बुआई प्रभावित हुई. वर्ष 2020 के मुकाबले चालु सीजन में बुआई के आकड़े चिंता में डाल रहे हैं. राजस्थान में अब तक 9 लाख हेक्टेयर में दलहन की बुआई हुई है.
पिछले खरीफ सीजन में अब तक यह 14 लाख हेक्टेयर थी. राजस्थान में खरीफ सीजन में बुआई आंकड़ा 41,21,000 हेक्टेयर तय किया गया है.राजस्थान में मानसून का प्रवेश 18 जून को हो गया था, लेकिन डूंगरपुर, बांसवाड़ा और उदयपुर के कुछ ही इलाकों में बरसात के बाद ठहर गया. इसके बाद अब सक्रिय हुए मानसून से फसल बुआई में तेजी आने की उम्मीद है. अगर दलहन बुआई रकबा कम रहेगा तो कीमतों में तेज़ी आना तय है.
मानसून की देरी से मायूस किसान राजस्थान में दलहन बुआई रकबे पर दिख रहा असर अब तक केवल 9 लाख हेक्टेयर में ही दालों की उपज
41 लाख 21 हजार हेक्टेयर है चालू सीजन में बुआई लक्ष्य
2020 में अब तक 14 लाख हेक्टेयर में हो गई थी दलहन बुआई फसल कम हुई तो कीमतों पर असर आना तय
महंगी हो सकती है खाने की थाली
क्या कहते हैं कृषि विभाग के आंकड़े राजस्थान के कृषि विभाग के अब तक के आकड़ों अनुसार मूंग की बुआई 7,35,670 हेक्टेयर में हुई है. पिछले सीजन में इस तारीख तक बुवाई आकड़ा 10,47,600 हेक्टेयर था. राजस्थान के सभी संभागों में मूंग बुआई खरीफ सीजन में पिछले वर्ष की तुलना में कम है. जयपुर डिवीजन में मूंग का बुआई लक्ष्य 3,05,000 हेक्टेयर है. इसके मुकाबले अब तक 1,00,960 हेक्टेयर बुआई हो चुकी है. इसमें सबसे अधिक बुआई नागौर में 1,93,200 हेक्टेयर में हुई है, नागौर में मूंग बुआई का लक्ष्य चालु खरीफ सीजन के लिए 6 लाख हेक्टेयर है.
इन जिलों में भी जानें बुआई का हाल सीकर डिवीजन में 7,35,000 हेक्टेयर बुआई लक्ष्य के मुकाबले अब तक 2,39,570 हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई हुई है. बीकानेर डिवीजन में 3,90,000 हेक्टेयर बुआई लक्ष्य के मुकाबले अब तक 1,11,000 हेक्टेयर, गंगानगर डिवीजन में 2,07,000 हेक्टेयर बुआई लक्ष्य के मुकाबले अब तक 1,49,640 हेक्टेयर, जोधपुर डिवीजन में 3,62,000 हेक्टेयर बुवाई लक्ष्य के मुकाबले अब तक महज 42000 हेक्टेयर, जालौर डिवीजन में 3,86,000 हेक्टेयर बुआई लक्ष्य के मुकाबले अब तक 87,090 हेक्टेयर, कोटा डिवीजन में 330 हेक्टेयर, उदयपुर डिवीजन में 4,50 हेक्टेयर, भीलवाड़ा डिवीजन में 15 हजार हेक्टेयर बुआई लक्ष्य के मुकाबले अब तक 4,370 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग बुआई हुई है. कुल लक्ष्य का महज 35.65 फीसदी क्षेत्र में ही अभी तक मूंग बुआई हुई है, इनमें भी अधिकतर क्षेत्र सिंचित है.
सभी संभागों में उड़द बुआई खरीफ सीजन में पिछले वर्ष की तुलना में कम वहीं, उड़द की बुआई भी इस सीजन में पिछड़ती हुई नजर आ रही है. उड़द की बुआई अब तक महज 76,190 हेक्टेयर में हुई है जबकि बुआई लक्ष्य 6 लाख हेक्टेयर का है. अब तक बुआई लक्ष्य का मात्र 12,70 फीसदी लक्ष्य ही हासिल हुआ है. पिछले सीजन में इस तारीख तक बुआई आकड़ा 1,93,300 हेक्टेयर था. राजस्थान के सभी संभागों में उड़द बुआई खरीफ सीजन में पिछले वर्ष की तुलना में कम है. सीकर, बीकानेर, श्रीगंगानगर और जोधपुर डिवीजन में उड़द की बुआई शून्य है.
अब तक 8,300 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग बुआई हुई
जयपुर डिवीजन में मूंग का बुआई लक्ष्य 1,29,000 हेक्टेयर है, इसके मुकाबले अब तक 19,760 हेक्टेयर बुआई हो चुकी है. भरतपुर में 56 हजार हेक्टेयर के मुकाबले महज 150 हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द बुआई हुई है. जालौर डिवीजन में 4,000 हेक्टेयर, कोटा डिवीजन में 2,71,000 हेक्टेयर के लक्ष्य के मुकाबले अब तक 25,240 हेक्टेयर, उदयपुर डिवीजन में 37 हजार हेक्टेयर लक्ष्य के मुकाबले 18,740 हेक्टेयर, भीलवाड़ा डिवीजन में 1,02,000 हेक्टेयर बुआई लक्ष्य के मुकाबले अब तक 8,300 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग बुआई हुई है.
दाल कीमतों में आया उछाल
राजस्थान में मानसून एक बार फिर से सक्रिय हुआ है, ऐसे में अगले सप्ताह तक बुआई आकड़ों में इजाफे की संभावना है हालांकि कम बुआई रकबा रहने का असर पिछले सप्ताह से मूंग कीमतों पर दिखाई दे रहा है. मध्यप्रदेश में नए मूंग की बंपर आवक के बावजूद राजस्थान में कीमतों में चालु सप्ताह में 100 रुपये प्रति क्विंटल तक का उछाल आया है. राजस्थान की मंडियों में मीडियम रेंज का मूंग 6200 से 6400 रुपये प्रति क्विंटल और अपर रेंज में 6800 से 6900 रुपये प्रति क्विंटल बना हुआ है. उड़द कीमतें 6500 से 6800 रुपये प्रति क्विंटल मंडी लूज भावों में बिक रही है.