बीकानेर, किसी शादी में दूल्हा और दुल्हन मंडप में पिंजरे (Cage) में बंद हो तो कैसा लगेगा ? देखने और सुनने में भले ही यह आपको अजीब लग रहा होगा, लेकिन राजस्थान के हाड़ौती संभाग के आदिवासी बहुल बारां जिले में हाल ही में एक अनोखी शादी (Unique Wedding) हुई है, जिसमें दूल्हा-दुल्हन (Groom- Bride) को पिंजरे में बंद करके रखा गया. दरअसल यह शादी थी मेंढक-मेंढकी की. आदिवासी इलाके में इन्द्रदेव को खुश कर बारिश लाने के लिये यह टोटका किया गया था. इस दौरान मेंढक और मेंढकी की शादी में बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हुये. पूरे रीति रिवाज और मंत्रोंच्चार के साथ मेंढक और मेंढकी की शादी करवायी गई.
यह रोचक शादी मंगलवार को बारां जिले के अटरू तहसील स्थित चौथ्या और मायथा गांव में सुबह संपन्न हुई. ये दोनों गांव आपस में जुड़े हुये हैं.ये गांव परवन नदी के किनारे स्थित हैं. यहां मेंढक-मेंढकी की शादी में मंडप भी सजा. बाराती भी आये और पिंजरे में कैद किये गये दूल्हा दुल्हन को पूरे रीति रिवाजों के साथ ब्याह कराया गया. इस दौरान शादी के मंगल गीत भी गाये गये. यह शादी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.
इसलिये किया गया यह टोटका
ग्रामीणों के अनुसार आषाढ़ माह खत्म होने को है और अभी तक बारिश की कमी के चलते किसानों की फसलों की बुवाई भी पूरी नहीं हुई है. बारिश की कमी को पूरा करने के लिये ग्रामीणों ने यह पुराना और अनोखा टोटका किया. ग्रामीणों का कहना है कि जब बारिश ना हो तो मेंढक और मेंढकी का ब्याह कराने से अच्छी बारिश होती है. बारिश की कामना को लेकर ही आज अटरू के चौथ्या और मायथा में मेंढक और मेंढकी की शादी करवायी गई है. इस इलाके में इस तरह की कई मान्यतायें और टोटके होते हैं जो किसी न किसी समस्या का समाधान माने जाते हैं. उन्हीं में से एक है.