बीकानेर, संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने नहरबंदी के मद्देनजर पेयजल उपलब्धता एवं वितरण की स्थिति की समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि नहरबंदी के मद्देनजर वितरण के लिए पर्याप्त पानी का इंतजाम कर लिया गया है। वर्तमान में शहर में एकांतर आधार पर जलापूर्ति की व्यवस्था जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि अंतिम छोर और अधिक आवश्यकता वाले पांच स्थानों का चिन्हीकरण करते हुए यहां अस्थाई रूप से पानी की बड़ी टंकियां रखी जाएं, जिससे इन क्षेत्र के लोगों के लिए पेयजल की कमी नहीं रहे। उन्होंने टैंकर्स के माध्यम से नियमित जल परिवहन करने तथा इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष और जलदाय विभाग का नियंत्रण कक्ष एक्टिव मोड पर रहे तथा प्रत्येक कॉल पर क्विक रेसपोंस हो। नगर निगम के सर्किल्स की तर्ज पर शहर को सात जोन में विभाजित करते हुए प्रत्येक जोन के लिए एक-एक आरएएस अधिकारी को जोन प्रभारी बनाया जाए। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में नियुक्त पांच अधिकारियों के अलावा दो अन्य अधिकारियों को शामिल करते हुए इन्हें जोन प्रभारी बनाएं। साथ ही सभी वार्डों के लिए वार्ड प्रभारी नियुक्त किया जाए। यह जोन और वार्ड प्रभारी अपने अपने क्षेत्रों में नियमित विजिट करेंगे।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि जलदाय विभाग के अभियंता और जोन प्रभारी आपसी समन्वय रखें तथा किसी क्षेत्र में टैंकर की आवश्यकता होने पर त्वरित कार्यवाही करें। इसके लिए उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सूचनाओं का त्वरित आदान प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में मॉनिटरिंग के लिए नियुक्त अधिकारी फील्ड में रहकर पूरी स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रत्येक व्यक्ति तक आवश्यक मात्रा में पेयजल उपलब्ध करवाना प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है तथा इसमें किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा 35 अतिरिक्त टैंकर अधिग्रहित किए गए हैं। इन टैंकर्स के माध्यम से सोमवार को भी टेल एंड में जलापूर्ति की गई। उन्होंने कहा कि आवश्यकता वाले स्थानों के लिए बड़ी टंकियां उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में छोटी टंकियां भी रखी जा सकती हैं।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) पंकज शर्मा, नगर निगम आयुक्त गोपाल राम बिड़दा, नगर विकास न्यास सचिव नरेन्द्र सिंह पुरोहित, जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय कुमार शर्मा, अधीक्षण अभियंता बलवीर सिंह, आइजीएनपी के अधीक्षण अभियंता विवके गोयल आदि मौजूद रहे।