बीकानेर जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने रविवार को पेयजल वितरण मॉनिटरिंग के लिए नियुक्त पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें आमजन बताया कि रविवार तक बीकानेर की पेयजल से जुड़ी समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलक्टर कलाल ने शहर में साठ छोटे और पांच बड़े मोहल्ला और मुक्ता प्रसाद नगर आदि टैंकर्स के माध्यम से जलापूर्ति की गई। बड़े टैंकर्स के माध्यम से कादरी कॉलोनी, भद्रुड़ों का चौक, मोहता सराय, प्रताप वस्ती, लोहारों का मोहल्ला मुक्ता प्रसाद नगर आदि क्षेत्र में जल पहुंचाया गया है इसी प्रकार शहर की तंग गलियों में पाठ छोटे चौपहिया वाहनों पर टंकियों के क्षेत्रों में जल पहुंचाया गया।
आज से पेयजल आपूर्ति में होगा सुधार
कलक्टर ने बताया कि नहर में सोमवार दोपहर 12 बजे तक जल प्रवाह होने की पूरी संभावना है। सरकार के वरिष्ठ अधिकारी पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने बताया कि शोभासर और बीछवाल जलाशय में जल उपलब्धता की स्थिति को देखते हुए सोमवार से शहरी क्षेत्र में पेयजल सप्लाई 72 घंटे की बजाय पूर्व की तरह एकांतर आधार पर की जाएगी। इसके लिए जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है।
कलक्टर ने बताया कि रविवार को 35 अतिरिक्त टैंकरों का अधिग्रहित किया गया। इनके माध्यम से शहर के माध्यम से पानी पहुंचाया गया। टेल और ऐसे क्षेत्रों में प्राथमिकता से जल भेजा जायेगा जहां स्टोरेज की पर्याप्त सुविधा नहीं है। प्रत्येक टैंकर के साथ होमगार्ड का एक-एक जवान दो पारियों में चौबीस घंटे के लिए नियुक्त किया गया है, जिससे टैंकर चालक कहीं और नहीं जा सके।
कलक्टर ने बताया कि जिले में 768 निजी ट्यूबवेल चिन्हित किए हैं। आवश्यकता पड़ने पर इनके माध्यम से जलापूर्ति की जाएगी। उपखंड अधिकारियों और पीएचइडी के अधिकारियों को जरूरत के आधार पर और अधिक निजी ट्यूबवेल और टैंकर अधिग्रहित करने के लिए अधिकृत किया है। पेयजल वितरण मॉनिटरिंग के लिए नियुक्त अधिकारियों ने रविवार को अपने अपने क्षेत्रों का फीडबैक कलेक्टर को दिया।
गांधी नगर में धोबी का काम करने वाले चुन्नीलाल पंवार ग्राहकों को अब कपड़े धोने से मना ही करने लगे है। वहीं हनुमान हत्था चौक में कपड़ों पर प्रेस (इस्तरी) करने वाले अमित ने बताया कि नहर बंदी से पूर्व प्रतिदिन डेढ़ सौ कपड़े धोने के लिए आते थे, लेकिन अब अगर कोई नियमित ग्राहक है तब ही कपड़े धोते और वह भी बेहद कम नए ग्राहकों को तो मना ही कर रहे हैं। ही कैंपर वहीं माजिसा का बास के ओमप्रकाश धोबी ने तो कपड़े ही दो ने बंद कर दिये