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बीकानेर,कोरोना के कारण अधूरी रही सैर-सपाटे की कसर लोग अब पूरी कर रहे हैं। जिन्हें ट्रेन का कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा वे हवाई यात्रा का विकल्प चुन रहे हैं। यात्री भार बढ़ने से हवाई यात्रा का किराया भी आसमान छूने लगा है। जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी ऐसा ही हाल है। यहां से अभी बेंगलुरू जाना सबसे महंगा साबित हो रहा है। जयपुर से बेंगलूरु का किराया 9 हजार से ऊपर पहुंच गया है। साथ ही कोलकाता, हैदराबाद, चंडीगढ़, चेन्नई व पुणे समेत कई शहरों का किराया भी 7 से 8 हजार तक लिया जा रहा है। हालांकि कई शहरों का किराया इस महीने के अंत तक फिक्स है। विमानन कंपनियों के प्रतिनिधियों का कहना है कि गत दो माह की तुलना में डेढ़ गुना तक किराया बढा है।

अगले महीने से इसमें राहत मिलने के आसार हैं। हालांकि प्री-बुकिंग में हल्की राहत मिल सकती है। बता दें, जयपुर से रोजाना 50 से अधिक फ्लाइट संचालित हो रही हैं। इनमें यात्रीभार 15 हजार के करीब पहुंच गया है। डिमांड ज्यादा होने पर डायनेमिक फेयर बढ़ रहा है। हालांकि वर्तमान में विमानन कंपनियां फायदेमंद रूट पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं।

जयपुर: ट्रेनों की स्लीपर श्रेणी की स्थिति

जयपुर-मैसूर ट्रेन: 226 वेटिंग, सैकंड सीटिंग में नो-रूम।

जयपुर-बांद्रा टर्मिनस ट्रेन: वेटिंग 200 पार।

अजमेर- सियालदाह ट्रेन: वेटिंग 180 तक।

अजमेर-जम्मूतवी ट्रेन: वेटिंग 150 तक। थर्ड एसी में 22 मई तक सीट नहीं।

इधर, ट्रेनों में वेटिंग 200 पार, मारामारी
ट्रेनों में यात्रीभार में लगातार इजाफा हो रहा है। रेलवे अधिकारियों की सिफारिशों के बाद भी टिकट कन्फर्म नहीं हो रहे हैं। जयपुर से चलने वाली कई ट्रेनों में स्लीपर श्रेणी में वेटिंग 200 पार पहुंच गई है। सैकंड और थर्ड एसी में भी वेटिंग नहीं मिल रही है। लंबी दूरी की ट्रेनों में सैकंड सीटिंग श्रेणी में रिग्रेट आ रहा है।

अगले महीने से इसमें राहत मिलने के आसार हैं। हालांकि प्री-बुकिंग में हल्की राहत मिल सकती है। बता दें, जयपुर से रोजाना 50 से अधिक फ्लाइट संचालित हो रही हैं। इनमें यात्रीभार 15 हजार के करीब पहुंच गया है। डिमांड ज्यादा होने पर डायनेमिक फेयर बढ़ रहा है। हालांकि वर्तमान में विमानन कंपनियां फायदेमंद रूट पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं।

जयपुर: ट्रेनों की स्लीपर श्रेणी की स्थिति

जयपुर-मैसूर ट्रेन: 226 वेटिंग, सैकंड सीटिंग में नो-रूम।

जयपुर-बांद्रा टर्मिनस ट्रेन: वेटिंग 200 पार।

अजमेर- सियालदाह ट्रेन: वेटिंग 180 तक।

अजमेर-जम्मूतवी ट्रेन: वेटिंग 150 तक। थर्ड एसी में 22 मई तक सीट नहीं।

इधर, ट्रेनों में वेटिंग 200 पार, मारामारी
ट्रेनों में यात्रीभार में लगातार इजाफा हो रहा है। रेलवे अधिकारियों की सिफारिशों के बाद भी टिकट कन्फर्म नहीं हो रहे हैं। जयपुर से चलने वाली कई ट्रेनों में स्लीपर श्रेणी में वेटिंग 200 पार पहुंच गई है। सैकंड और थर्ड एसी में भी वेटिंग नहीं मिल रही है। लंबी दूरी की ट्रेनों में सैकंड सीटिंग श्रेणी में रिग्रेट आ रहा है।

ऐनवक्त पर रद्द हो रही उड़ानें, यात्री परेशान
जयपुर इंटरनेशल एयरपोर्ट से ऐनवक्त पर उड़ानें रद्द होने का सिलसिला बरकरार है। बुधवार को भी यहां से सात उड़ान रद्द रही। जानकारी के अनुसार एयरलाइंस कंपनियां ऑपरेशनल कारण बताकर उड़ानें रद्द कर रही है। इसी कड़ी में बुधवार को यहां से दिल्ली की दो और इंदौर, लखनऊ, मुुंबई, चेन्नई, हैदराबाद की एक-एक उड़ानें रद्द रही। सामने आया कि गर्मियों की छुट्टियों के कारण कुछ रूटों पर यात्रीभार बढ़ा है। इससे एयरलाइंस कंपनियां वहां ज्यादा रूचि दिखा रही है।

जयपुर से न्यूनतम किराया

मार्च में किराया—— वर्तमान किराया

मुंबई—- 2,646 —— 5,628-6,782

चेन्नइ—— 4,080—— 7,723-8,982

गोवा —— 4,339—— 5,892-8,329

दिल्ली—— 2,265—— 3,435

बेंगलुरू—— 3,981—— 9,152

कोलकाता—— 4,050—— 7,872-8,602

अहमदाबाद—— 2,485—— 5,586-8,010
पुण —— 4,164—— 7,079

हैदराबाद—— 3,307—— 6,997-8,466

चंडीगढ़—— 3,269—— 6,972-7,812
(31 मई तक किराया रुपए में (बगैर टैक्स, अतिरिक्त शुल्क के) विमानन कंपनियों के अनुसार)

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