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बीकानेर,तपिश के बीच बुद्ध पूर्णिमा बहुत राहत भरी की खबर लेकर आई है। हीट वेब के बीच दक्षिण पश्चिमी मानसून ने अंडमान सागर में दस्तक दे दी है। बहुत जल्द राज्यों को इस तपिश से भी राहत मिलने की उम्मीद है।*

तपिश के बीच बुद्ध पूर्णिमा बहुत राहत भरी खबर लेकर आई है। हीट वेब के बीच दक्षिण पश्चिमी मानसून ने अंडमान सागर में दस्तक दे दी है। बहुत जल्द राज्यों को इस तपिश से भी राहत मिलने की उम्मीद है। गौरतलब है कि देश के कई राज्यों में दिन का तापमान 45 से भी ज्यादा हो गया है और रात के तापमान में भी तेजी देखी गई है। इसके कारण लोगों को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है।
सभी अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ गई है। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 16 मई को मौसम की पहली बारिश आई है। इस साल समय से चार दिन पहले 27 मई को मानसून के केरल पहुंचने की भी संभावना है। भीषण तपिश के कारण जीव,जंतु और फसलों को भी नुकसान हुआ है। 2010 के बाद सबसे ज्यादा हीटवेव वाला साल 2022 को माना जा रहा है।

भारतीय मौसम विभाग विभाग (आईएमडी) के वैज्ञानिक के एस होसिलकर ने यह खबर दी है कि मानसून ने दस्तक दे दी है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के 16 मई को दक्षिण अंडमान सागर और निकटवर्ती दक्षिणपूर्वी खाड़ी में पहुंच गया है। विस्तारित पूर्वानुमानों में लगातार मानसून के समय से पहले केरल में दस्तक देने और उत्तर की तरफ बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। इससे देश के अधिकतर हिस्सों में लोगों को राहत मिलेगी जो पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी झेल रहे हैं।

राजस्थान में 18 जून तक मानसून
राजस्थान में तेज गर्मी से तप रहे लोगों के लिए राहत अभी तीन सप्ताह दूर है। इस बार मानसून समय से पहले आने की संभावना है। मौसम केन्द्र दिल्ली ने भारत में दक्षिणी पश्चिमी मानसून के केरल में आने की संभावित तारीख घोषित कर दी है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार केरल में मानसून के आने के बाद राजस्थान तक इसे पहुंचने में औसतन 20 या 22 दिन का समय लगता है। इसलिए संभावना है कि राजस्थान में मानसून समय से एक हफ्ता पहले 16 से 18 जून के बीच आ सकता है। हालांकि प्री मानसून के कारण कुछ पहले भी राहत मिल सकती है।

मध्यप्रदेश में 16 मई से प्री-मानसून
असानी साइक्लोन की वजह से 16 मई से मध्यप्रदेश में भी प्री-मानसून दस्तक दे सकता है। इस बार मानसून भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और उज्जैन संभागों में ज्यादा मेहरबान रहेगा। जबलपुर और सागर संभाग में यह सामान्य रहेगा। वैसे मध्यप्रदेश में मानसून के आने का समय पहले 10 जून था, लेकिन कुछ सालों से इसके देरी से आने के कारण अब 15 से 16 जून तय किया गया है। कोई अड़चन नहीं आती है, तो ऐसी स्थिति में मानसून के मध्यप्रदेश में 15 से 16 जून तक आने की संभावना है। भोपाल में यह 20 जून के आसपास पहुंचेगा। जून में तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा।

दिल्ली-एनसीआर में जून के दूसरे सप्ताह
दिल्ली-एनसीआर में मानूसन जून के दूसरे सप्ताह दस्तक दे सकता है, हालांकि दिल्ली में मानसून आने की तारीख 27 जून होती है। वहीं, इस बार मानसून दिल्ली-एनसीआर में जल्दी दस्तक दे दे तो कोई नई बात नहीं होगी। 2021 में भी मानसून ने कुछ दिन पहले ही दस्तक दे दी थी, लेकिन इसके बाद धीमा पड़ गया। आईएमडी के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर आमतौर पर मानसून 26-27 जून तक पहुंचता है। लेकिन इस बार मई महीने के अंत तक बारिश हो सकती है।

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