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बीकानेर,ताजमहल की जमीन पर दावा करने के बाद से जयपुर का पूर्व राजपरिवार चर्चा में है। वर्तमान में इस पूर्व राजपरिवार के उत्तराधिकारी हैं पद्मनाभ सिंह। दरअसल, पूर्व राजपरिवार ने अपना उत्तराधिकारी चुना दीया कुमारी के बेटे पद्मनाभ सिंह को।वैसे तो लोकतंत्र में राजशाही खत्म हो चुकी है, लेकिन स्थानीय ही नहीं इंटरनेशनल लेवल पर आज भी इस पद और उपाधी के कई मायने हैं।

23 वर्षीय पद्मनाभ सिंह बेहद हैंडसम हैं और दुनिया के टॉप दस मोस्ट एलिजिबल बैचलर्स में से एक हैं। पोलो खेलने के शौकीन पद्मनाभ करीब बीस हजार करोड़ के मालिक हैं। जयपुर के पूर्व राजघराने के ये राजकुमार अपनी पर्सनालिटी और स्टाइल के लिए दुनियाभर की नजरों में रहते हैं। उनके फैशन और स्टाइल की दुनिया कायल है और यही कारण है कि, वे कई इंटरनेशनल मैगजीन के कवर पेज पर अकसर छाए रहते हैं।

ऐसे बने जयपुर के राजकुमार

पद्मनाभ सिंह जयपुर के पूर्व महाराजा भवानी सिंह की पुत्री दीया कुमारी के पुत्र हैं। भवानी सिंह ने 27 अप्रैल, 2011 को पद्मनाभ को गोद लेकर अनौपचारिक रूप से अपना उत्तराधिकारी ​घोषित किया था। उस समय पद्मनाभ सिंह का राजतिलक भी किया गया। राजतिलक होने के साथ ही पद्मनाभ दुनिया के शीर्ष अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हो गए थे। अजमेर के मेयो कॉलेज से हाईस्कूल करने वाले पद्मनाभ ने हायर एजुकेशन इंग्लैंड के मिलफिएल्ड स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से लिबरल आट्र्स की पढ़ाई की।

पोलो के शौकीन, दिलाया मुकाम

पोलो खेलना पद्मनाभ सिंह का पैशन है। वे इसे मेडिटेशन मानते हैं। वे विश्व कप पोलो टीम के सबसे कम उम्र में खिलाड़ी रह चुके हैं। इतना ही नहीं उनके नाम कई रिकॉर्ड भी हैं। वे विंडसर में गार्डस पोलो क्लब के सदस्य भी हैं। उन्होंने हर्लिंगम पार्क में भारतीय राष्ट्रीय टीम का नेतृत्व किया। 70 साल में ये पहली बार था जब भारतीय टीम ने इस पोलो मैच ​में हिस्सा लिया था। पद्मनाभ का कहना है कि, पोलो उनके लिए बहुत महत्व रखता है। यह उन्हें विरासत में मिला है। उन्हें अपने घोड़ों के साथ समय बिताना बेहद पसंद है।

फैशन वर्ल्ड में आइकन

पद्मनाभ सिंह के सिंपल और क्लासी लुक्स और स्टाइल ने दुनियाभर के फैशन वर्ल्ड का ध्यान अपनी ओर हमेशा खींचा। वे कई फैशन शोज का हिस्सा रह चुके हैं। इतना ही नहीं फैशन लाइफस्टाइल मैगजीन जीक्यू, हैलो, एली जैसी मश में है।

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