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बीकानेर। श्री कोलायत के युवा अधिवक्ता दलीप सिंह राजपुरोहित एवम अधिवक्ता और ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी कोलायत को ज्ञापन देकर गोवर्धन सिंह के गिरफ्तारी के मामले में विरोध प्रदर्शन किया ।

युवा अधिवक्ताओ ने बताया की राजस्थान सरकार व पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार गोवर्धन सिंह पर झूठे मुकदमे दर्ज कर रही है और उन्हें और उनके परिवार को प्रताड़ित कर रही है एवं राजस्थान सरकार गोर्वधन सिंह के खिलाफ दमनचक्र चलाना शुरू कर दिया है इसके अलावा एडवोकेट गोर्वधन सिंह व उनके परिवार के सदस्यों तथा उनके साथियों को तंग परेशान करने तथा प्रताड़ित करने के उद्देश्य से ऑफिस सीज कर दिया गया तथा ऑफिस में पड़ी मूव्वकिल की फाइलें मूल दस्तावेज कोर्ट डायरी वगैरा जब्त कर लिए है , इससे मुव्वकिल को भी परेशानी का सामना करना पङ रहा है , इसके अलावा बैंक खातों को सीज कर दिया गया सन 2010 में भी अधिवक्ता गोवर्धन सिंह के विरुद्ध कई झूठे मुकदमे दर्ज किए गए जिनके संबंध में राजस्थान उच्च न्यायालय में दायर की गई थी समय प्रकरणों में राजस्थान उच्च न्यायालय में होने से पुलिस ने समय समस्त झूठे मुकदमों में एफ आर पेश कर दी थी ।
राजस्थान उच्च न्यायालय ने अभियुक्त गोवर्धन सिंह की ओर से दाखिल याचिका संख्या 2360 /2010 व 400/ 2010 में यह माना कि उन्हें राज्य सरकार द्वारा हानि पहुंचाने के उद्देश्य से झूठे मुकदमों में फंसाया है ।
तथा साथी उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में राजस्थान सरकार को निर्देश पारित किए कि गोवर्धन सिंह को हानि ना पहुंचाएं इसके अलावा राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के समक्ष विशाल बंसल महा निरीक्षक पुलिस अपराध शाखा द्वारा पेश रिपोर्ट में यह माना कि सभी मुकदमे झूठे थे वह अधिवक्ता गगोवर्धन सिंह को पूर्ण सुरक्षा उपलब्ध करवानी चाहिए लेकिन अब पुलिस ने फिर से अपना दमन चक्र चलाते हुए ड्यूटी कार्रवाई शुरू कर दी है जो की सरासर गलत है।
शुक्रवार को श्री कोलायत मे अधिवक्ता एव आमजन ने उपखंड अधिकारी को राज्यपाल के नाम से ज्ञापन दिया । जिसमे एडवोकेट गोर्वधन सिंह को न्याय दिलाने की मांग की
इस दौरान एडवोकेट प्रकाश जोशी, एडवोकेट हनुमान राम उपाध्याय, कन्हैयालाल उपाध्याय छात्र संघ उपाध्यक्ष, भंवर मेघवाल , विमल जाजङा गुङा , छैलू सिंह गुङा ,भाटी सिंह राजपुरोहित, अशोक कुमार ओड कोटङी , राधे जाजङा , मोती सिंह शेखावत, अरविन्द रामावत, राधेश्याम उपाध्याय, भवानी पंचारिया , कमल सैन मढ , स्वरूप पंचारिया, आदि कई स्थानीय लोगो ने मिलकर रोष जताया।

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