बीकानेर,कांग्रेस पार्टी की अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति के कारण प्रदेश में उत्पन्न हुई अशांति और बहुसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में शहर भाजपा बीकानेर द्वारा जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में गुरुवार को अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन प्रेषित कर विभिन्न घटनाओं के लिए विरोध दर्ज करवाते हुए दंगाइयों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की गई है ।
ज्ञापन में महामहिम राज्यपाल से स्वतः संज्ञान लेते हुए ऐसी सभी घटनाओं की निष्पक्ष जांच के साथ राज्य सरकार को आवश्यक दिशा निर्देश देने की मांग की गयी है ताकि प्रदेश में शांति स्थापित हो सके और सांप्रदायिक घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो ।
भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि श्री परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया व ईद के अवसर पर राज्य सरकार प्रदेश में शांति बनाए रखने में विफल साबित हुई है। स्वयं मुख्यमंत्री जी के क्षेत्र में व्यापक साम्प्रदायिक दंगे भड़के हैं जिसके लिए सरकार की तुष्टिकरण नीतियां जिम्मेदार है। राज्य में कांग्रेस पार्टी की वर्तमान सरकार सांप्रदायिक वैमनस्य फैला रही है जिसका परिणाम पहले करौली और उसके बाद जोधपुर में सामने आया है।
उन्होंने कहा कि जोधपुर शहर में सोमवार की रात जालोरी गेट चौराहे पर स्वतंत्रता सेनानी श्री बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा और उसके चारों और अराजक तत्वों ने जानबूझकर इस्लामिक झंडे लगा दिए और भगवान परशुराम की जयंती को लेकर लगाए गए केसरिया झंडे हटाते हुए लाउडस्पीकर बांध दिए । इस दौरान अराजक तत्वों और दंगाइयों ने पत्थरबाजी के साथ लाठी-डंडों से हमला किया जिससे आमजन सहित कई पुलिसकर्मी और पत्रकारों को भी चोट आई है ।
सिंह ने कहा कि ये सभी कृत्य राजस्थान के मुख्यमंत्री के गृह जिले में हुआ है जो कि प्रत्यक्ष रूप से इंटेलिजेंस एजेंसी की नाकामी है। पुलिस पर भारी पथराव इस बात की ओर संकेत कर रहा है कि हमले की व्यापक तैयारी पहले से थी।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति और बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था के कारण पूरे देश में राज्य की साख धूमिल हुई है। इस प्रकार की घटनाएं राज्य की लचर कानून व्यवस्था की पोल खोलते हुए सरकार की विश्वसनीयता पर एक कलंक है।
डॉ. आचार्य ने कहा कि प्रदेश में राज्य सरकार का कार्यकाल अपने अंतिम पड़ाव की ओर है लेकिन अभी तक भी कांग्रेस पार्टी की आपसी अंतर्कलह के कारण पूर्णकालिक गृहमंत्री की नियुक्ति नहीं कर पाना दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है।
जिला महामंत्री अनिल शुक्ला ने कहा कि गहलोत सरकार ने राजस्थान में पीएफआई को पैर पसारने की अनुमति दी है जिसके कारण पहले करौली और अब जोधपुर में साम्प्रदायिक घटना घटी है जिसके लिए सीधे सीधे सरकार की नीतियां जिम्मेदार है।
गुरुवार को ज्ञापन देने वाले पदाधिकारियों में जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, जिला महामंत्री अनिल शुक्ला, नरेश नायक, अविनाश जोशी, अरुण जैन, मनीष आचार्य, कौशल शर्मा, श्यामसुंदर चौधरी, राजाराम सींगड़, सोहनलाल चांवरिया, जगदीश सोलंकी, विजय कुमार शर्मा इत्यादि शामिल रहे ।