Trending Now












बीकानेर,कांग्रेस पार्टी (Congress) के अध्यक्ष पद को लेकर चल रहीं अटकलबाजी पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि इस पद के लिए ना तो राहुल गांधी और न ही प्रियंका गांधी उनकी पहली पसंद हैं.किशोर ने कहा कि अगर कोई इस पद के योग्य है, तो वो खुद पार्टी की मौजूदा अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) हैं. आगामी विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर ने जब कांग्रेस को ‘जीत का सूत्र’ बताया था. तब ये कहा जाने लगा था कि किशोर कांग्रेस पार्टी का हिस्सा बन सकते हैं.

हालांकि जब पार्टी की तरफ से इसका प्रस्ताव आया, तो किशोर ने खुद कांग्रेस में शामिल होने से इनकार कर दिया. किशोर ने जब पार्टी को अपना प्रेजेंटेशन दिया था, तब अफवाह उड़ी थी कि उन्होंने प्रियंका गांधी को कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए सुझाया है. लेकिन बीबीसी से बातचीत में उन्होंने इस अफवाह को खारिज किया और कहा कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने का सुझाव मैंने नहीं दिया था. लीडरशिप को लेकर मैंने कोई प्रस्ताव नहीं दिया था. मैंने नहीं कहा था कि फलाने व्यक्ति को अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए.’

‘कांग्रेस का मजबूत रहना देश के लिए बेहतर’

किशोर ने कहा, ‘मैंने बस इतना कहा था कि कांग्रेस का जो भी अध्यक्ष बनाया जाए, वो पार्लियामेंट पार्टी का लीडर नहीं होना चाहिए. अभी दोनों ही पद सोनिया गांधी के पास है. मेरा कहना बस इतना था कि दोनों पदों को अलग-अलग व्यक्ति को दिया जाना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मजबूत रहना देश के लिए बेहतर है. बीजेपी के समर्थक भी ये मानते हैं कि काग्रेस देश के लिए जरूरी है. वहीं, कांग्रेस को दिए अपने मशवरे को लेकर उन्होंने कहा, ‘मेरी सलाह मोदी को हराने की नहीं, बल्कि भारत में जीतने के लिए थी.’ किशोर ने कहा, ‘अगर कांग्रेस उनकी सलाह पर फोकस करती है तो पार्टी निसंदेह अच्छा प्रदर्शन करेगी.’

बीते कुछ सालों में कांग्रेस ने दिखाया खराब प्रदर्शन

गौरतलब है कि बीते करीब एक दशक में कांग्रेस पार्टी ने काफी खराब प्रदर्शन किया है. साल 2014 और फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने बिल्कुल अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. वहीं, बीते 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को बुरी तरह हार मिली. आलम ऐसा कि पंजाब, जो कांग्रेस के हाथ में था, वो भी फिसलकर आम आदमी पार्टी के हाथ में चला गया. हालांकि कांग्रेस अब अपनी अंदरुनी कमजोरियों को मजबूत करने की कोशिश कर रही है. इसी क्रम में पार्टी ने प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल होने के लिए बुलावा भेजा था, हालांकि उन्होंने इनकार कर दिया.

Author