बीकानेर। चाइनीज मांझे का कहर जारी है। हर दिन कोई न कोई चाइनीज मांझे का शिकार बन रहा है। रविवार को एक बच्चे समेत पांच जने चाइनीज मांझे का शिकार हुए। सभी घायलों को परिजन पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर लाए, जहां उनका उपचार किया गया। बच्चे के गहरा घाव होने पर भर्ती किया गया जबकि शेष सभी का उपचार कर घर भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार रानीबाजार निवासी दीपक शर्मा का ढाई वर्षीय बेटा तेजस अपनी दादी शीतल देवी के साथ घर के पास िस्थत रोग निदान केन्द्र गया था। वहां से वापस लाैटते समय पतंग की डोर में उलझ गया, जिससे उसके एक पैर में पंजे से थोड़ा ऊपर गहरा कट लग गया। वहीं शीतल देवी के भी हाथों की अंगुलियों पर कट लगा है लेकिन तेजस के पैर में ज्यादा गहरा घाव हुआ है।
आज होगा ऑपरेशन
चिकित्सकों के मुताबिक बच्चे के पैर की नस कट गई। बच्चे के पैर का ऑपरेशन करना होगा। चिकित्सकों ने बच्चे की रात को ही जांचें कराई, जिससे पता चला कि पैर को मूवमेंट करने वाला कैंडन कट गया गया। इस पर चिकित्सकों ने बच्चों के ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। सोमवार सुबह बच्चे का ऑपरेशन किया जाएगा। इसके अलावा सुधीश साइकिल से कोचिंग जा रहा था तभी अचानक से पतंग की डोर आने से वह चोटिल हो गया। उसके चेहरे व कान पर कट लगा है। गनीमत रही कि उसकी आंख बच गई। उसे परिजन ट्रोमा सेंटर लाए, जहां पर उसके दो टांके लगाए गए और बाद में घर भेज दिया गया। इसके अलावा रोशन, लक्ष्मण, श्वेता, गुड्डू व परमेश्वरी भी चाइनीज मांझे की चपेट में आकर मामूली घायल हुई है।
अब तक एक की मौत, 23 घायल
शहर में चाइनीज मांझा आफत बना हुआ है। चाइनीज मांझो पिछले 19 दिनों में एक युवक की जान ले चुका है जबकि 23 जने घायल हो चुके हैं, जिसमें बड़े, बुजुर्ग, महिला-पुरुष सभी शामिल हैं। जिला प्रशासन की चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ सख्ती नहीं होने से खमियाजा आजन को भुगतना पड़ रहा है।