बीकानेर, बीकानेर स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर रविवार को जिला प्रशासन, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी और लक्ष्मीनाथ मंदिर पर्यावरण समिति की ओर से लक्ष्मीनाथ मंदिर में सांस्कृतिक संध्या आयोजित की गई।
इसकी शुरुआत बुंदू खान लंगा ने गणेश वंदना, गोरबंद और हिचकी के साथ कार्यक्रमों की शुरुआत की। इसके बाद अनुरीति ग्रुप की राशि एंड पार्टी ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। गौरी शंकर सोनी ने शास्त्रीय गायन बाजे रे मुरलिया की प्रभावी प्रस्तुति दी। किशनगढ़ की अंजना कुमावत ने चरी नृत्य प्रस्तुत किया तो वहां मौजूद दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बॉलीवुड के मशहूर गायक अली गनी बंधुओं ने पधारो म्हारे देश मांड गायन की शुरुआत की। सांस्कृतिक संध्या के दौरान नवदीप बीकानेरी ने ‘कूद कालिया गोखें सूं, गली में किन्नो आयो’ गाकर लोगों को नाचने को मजबूर कर दिया। प्रिया शर्मा, शहजाद अली और दीपिका प्रजापत ने जंगल मंगल देश गीत प्रस्तुत किया। बालोतरा के उकाराम पडिहार ग्रुप, मोहिनी देवी और साबिर खान ने भवाई, सूरम नाथ एवं पार्टी ने कालबेलिया की प्रस्तुति दी।
शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि बीकानेर कलाकारों और सुरंगी संस्कृति का शहर है। यह संस्कृति आज भी जीवंत है। उन्होंने बीकानेर को आलीजा शहर बताया और कहा कि यहां के लोग जिंदादिल होते हैं। उन्होंने सभी को बीकानेर स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने हिसामुद्दीन उस्ता, अल्लाह जिलाई बाई और प्रो.विजय शंकर व्यास को याद किया और बीकानेर को गंगा जमुनी संस्कृति वाला शहर बताया।
इस दौरान संभागीय आयुक्त डॉ.नीरज के. पवन, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल, बंशीलाल आचार्य, सुमित कोचर, विजय आचार्य, जेठानंद व्यास, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा आदि बतौर अतिथि मौजूद रहे।
लक्ष्मीनाथ मंदिर पर्यावरण समिति के श्रीरतन तंबोली, अशोक छंगाणी, मनोज सेवग, शिवचंद तिवाड़ी, हरी प्रकाश सोनी, धीरज जैन, अनिल सोनी, घनश्याम महात्मा, विनोद महात्मा, शिव प्रकाश सोनी, महेंद्र सोनी, मधु सूदन अग्रवाल और गिरिराज खेरीवाल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में आमजन ने भागीदारी निभाई। संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।