Trending Now




बीकानेर, दिनेश भदौरिया ने अपनी पीड़ा प्रदेश कार्यकारिणी तक तो पिछले सप्ताह तक पहुंचा ही दी थी अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्य्क्ष जे, पी, नड्डा के बीकानेर दौरे पर उन तक भी सैकड़ो पुराने और कर्मठ कार्यकर्ता अपनी पीड़ा, अपनी अनदेखी ,अपनी बात रखने हेतु अभी से तैयारी कर चुके हैं ज्ञात हो लगभग 15 दिनों पूर्व बीकानेर भाजपा की सहर कार्यकारिणी के समक्ष अपनी बात रखते हुए 8 वर्स की उम्र से ही आर, एस, इस, से जुड़कर, बाद में ए, बी, वी, पी, को लंबे समय तक अपना अनुकरणीय योगदान देते रहे साथ में आज तक भाजपा से जुड़कर हमेशा पार्टी के लिए समर्पित कार्यकर्ता ठाकुर दिनेश सिंह भदौरिया ने सहर भाजपा के एक अच्छे, सच्चे व नाहक ही ईमानदार सजग समर्पित सिपाही अखिलेश प्रताप सिंह कुशवाह के समक्ष एक आग्रह प्रस्तुत कर अपनी पीड़ा, अनदेखी ,अवहेलना पर मामूली सी शिकायत वह भी माफी मांगते हुए दर्ज कराई थी कि आपकी ईमानदार, सदासयता, सज्जनता, के चलते आपकी कार्यकारिणी के चंद सदस्यों के कारण सहर के एक नही दो नही सैकड़ों की तादाद में जमीन से जुड़े बीजेपी के कार्यकर्ता अपने आप को घोर अपेक्षित, सा महसूश कर रहे हैं यही नहीं ये भी सच्ची बात है कि आदरणीय अखिलेश जी के द्वारा ऐसा कतई नहीं किया जा रहा है पर उनके साथ के स्वार्थी पदाधिकारियों के रवैये के कारण ये सैकड़ों कार्यकर्ता अब अपनी अनदेखी से परेशान हो कर पार्टी से कोई भी बगावत ना करते हुए अलग होने का संकल्प व झुब्ध होकर शांति से भाजपा से पृथक होकर अपने आप को तिरष्कृत समझकर चुप चाप अपने घर बैठने का ना चाहते हुए भी निर्णय लेने को मजबूर हो गए भदौरिया ने यह भी स्पस्ट किया कि वास्तव में सभी तिरष्कृत कार्यकता अखिलेश प्रताप सिंह कुशवाह से लेस मात्र भी नाराज नही है ना ही उनके कारण पार्टी से दूरी बना रहे हैं बल्कि उनके साथ चंद स्वार्थी पदाधिकारियों के कारण ये निर्णय लेने को विवस हो गए थे अब आज दोपहर को एक आक्रोशित बैठक गांधी पार्क में रख कर सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी मई माह के प्रथम पखवाड़े की भीषण गर्मी में ये सभी कार्यकर्ताओं के द्वारा बीकानेर भाजपा में 48प्रतिशत के बराबर के टेम्परेचर का आभास भाजपा की सहर कार्यकारिणी, प्रदेश कार्यकारिणी को तो सभ्यता ओर शालीनता व धैर्यपूर्वक कराया ही जावेगा साथ ही नड्डा साहब तक बात भी रखे जाने के असफल प्रयास किए जाएंगे ये भी संकल्प लिया गया है कि सहर अध्य्क्ष अखिलेश प्रताप सिंह कुशवाह से हम तमाम अपेक्षित, तिरष्कृत कार्यकर्ताओं से ना तो पहले कोई नाराजगी थी ना ही आज है ना भविष्य मैं रहेगी,

Author