चुरु,जिले में अघोषित बिजली कटौती के कारण लोग परेशान है। विधानसभा उप नेता प्रतिपक्ष और चूरू विधायक राजेन्द्र राठौड़ सोमवार दोपहर को लालटेन लेकर शहरवासियों और ग्रामीणों के साथ बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता (एसई) के ऑफिस पहुंचे और यहां 13 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए। यहां राठौड़ ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान में बिजली प्रबंधन में कांग्रेस सरकार असफल हुई है। सरकार के कुप्रबंधन एवं उदासीनता के कारण जिले में विशेषकर चूरू तहसील के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में 10 से 12 घंटे बिजली कटौती की जा रही है।
राठौड़ ने कहा कि घरेलू बिजली कनेक्शन का डिमांड नोटिस ने जमा होने के बाद भी लोगों को 1 साल से ज्यादा समय से कनेक्शन नहीं मिल रहा है। कृषि कनेक्शन डिमांड नोटिस जारी होने के 1 महीने में देने की बाध्यता है, लेकिन उसमें भी 1 साल निकाल दिया है। चूरू शहर में रतननगर व अनेक गांवों में सैकड़ों बिजली पोल टूटे पड़े हैं, लेकिन उनको बदला नहीं जा रहा है। बिजली उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने पर ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढ़ाए जाने के आवेदन पर भी किसी भी प्रकार का अमल नहीं हुआ है।राठौड़ ने कहा कि इतना कुछ होने के बाद भी विभाग कोई कार्रवाई नहीं करता है। भाजपा इस मुद्दे को लेकर समय-समय पर आमजन के साथ खड़ी हुई है। सरकार ने आमजन की बिजली समस्या का समाधान नहीं कर रही है, बल्कि बिजली शुल्क बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इस मौके पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. वासुदेव चावला, हरलाल सहारण, बसंत शर्मा, बाबू इस्माइल, भागीरथ सैनी, रामस्वरूप, महेन्द्र न्यौल, सुरेश सारस्वत, दीनदयाल सैनी सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।