राजस्थान डिस्कॉम प्रशासन ने पावर मैनेजमेंट के तहत शुरू की बिजली कटौती।प्रमुख ऊर्जा सचिव भास्कर ए.सावंत ने देश-प्रदेशभर के हालात किए साझासावंत ने बताया कि भीषण गर्मी के बीच राजस्थान में 31% बढ़ी बिजली की मांग
गत वर्ष अप्रैल माह में बिजली की मांग थी प्रतिदिन लगभग 2131 लाख यूनिटजबकि अधिकतम मांग 11570 मेगावाट थीवह चालू वर्ष में बढ़कर लगभग 2800 लाख यूनिट प्रतिदिन अधिकतम 13700 मेगावाट पहुंच गई है
इस तरह प्रदेश में बिजली की मांग 31% बढ़ गई है
मांग को पूरा करने के लिए एनर्जी एक्सचेंज सहित अन्य स्रोतों से भी महंगे दामों में भी नहीं मिल पा रही बिजली
देशव्यापी कोयला संकट के कारण विद्युत उत्पादन हुआ है प्रभावित कोयला संकट के चलते विद्युत उत्पादन इकाईयां पूर्ण क्षमता के साथ नहीं कर पा रही उत्पादन
ऐसे हालात में भी आवश्यक सेवाओं जैसे अस्पताल, आक्सीजन सेन्टर, पेयजल आपूर्ति,
मिलिट्री इन्स्टालेशन में निर्बाध बिजली आपूर्ति जरूरी
इन्हीं जरूरतों को देखते हुए कुछ समय के लिए शुरू की जा रही बिजली कटौती
सावंत ने आमजन से इस संकट के समय में सहयोग करने की अपील की