बीकानेर,विश्व में फैली कोरोना महामारी के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बच्चों में फैल रहे हेपेटाइटिस के कुछ गंभीर मामलों की जानकारी दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक उनके सामने एक्यूट हेपेटाइटिस के करीब 170 मामले सामने आए हैं जिनके आरिजन के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आ सकी है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि इन मामलों में से कम से कम एक की मौत हो चुकी है।
इन देशों में मिले मामले
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि 21 अप्रैल तक उनके सामने यूरोपीय के 11 देशों और अमेरिकी महाद्वीप के एक देश से अज्ञात मूल के गंभीर हेपेटाइटिस के कम से कम 169 मामले सामने आए हैं। ब्रिटेन से ऐसे करीब 114, स्पेन से 13, इजराइल से 12, अमेरिका से 9, डेनमार्क से 6, आयरलैंड से 5, नीदरलैंड से 4, इटली से 4, नार्वे से 2, फ्रांस से 2, रोमानिया से 1 और बेल्जियम से अब तक 1 मामला सामने आ चुका है।
1 माह -16 वर्ष के बीच मिले मामले
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि जिन बच्चों में इस तरह के मामले सामने आए हैं उनकी उम्र ये 1 माह से 16 साल के बीच की है। ऐसे करीब 17 मामले सामने आए हैं जिनमें लीवर ट्रांसप्लांट की सख्त जरूरत है। वहीं, एक की मौत हो चुकी है। ऐसे करीब 20 मामलों में बच्चों को कोरोना पाजीटिव पाया गया है जबकि 19 में SARS-CoV-2 और एडेनोवायरस सह-संक्रमण मिला है।
ट्रैवल बैन की जरूरत नहीं
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि इन मामलों की एक खास बात ये भी है कि सामान्य वायरस जो तीव्र वायरल हेपेटाइटिस (हेपेटाइटिस वायरस ए, बी, सी, डी और ई) का कारण बनते हैं, इनमें से किसी भी मामले में नहीं पाए गए हैं। वर्तमान में मिली जानकारी के आधार पर अंरराष्ट्रीय यात्रा या अन्य देशों से इनका कोई ट्रैवल बैन करने की जरूरत उन्हें नहीं लगती है।
जानें क्या है हेपेटाइटिस
बता दें कि हेपेटाइटिस लिवर से जुड़ी एक बीमारी है, जो वायरल इंफेक्शन के कारण होती है। इसमें लीवर में सूजन आ जाती है। हेपाटाइटिस में 5 प्रकार के वायरस होते हैं, जैसे- ए,बी,सी,डी और ई कहा जाता है। डाक्टरों का कहना है कि इन सभी को बेहद गंभीरता से लेना बेहद जरूरी होता है। यदि ये बिगड़ जाए तो एक महामारी का रूप भी ले सकती है। इसकी वजह से मौत भी हो सकती है।
कैसे फैलता है हेपेटाइटिस
पेटाइटिस बी और सी लाखों लोगों में क्रोनिक बीमारी का कारण बनते हैं। इसकी वजह से लीवर सिरोसिस और कैंसर तक हो जाता है। जन्म के बाद बच्चे को वैक्सीन देकर उसे हेपेटाइटिस से बचाया जा सकता है। हेपेटाइटिस ए और ई का गंदा पानी पीने और दूषित खाना खाने से फैलता है। हेपेटाइटिस बी का वायरस इंजेक्शन, संक्रमित खून चढ़ाने या असुरक्षित यौन संबंध के कारण भी फैलता है। हेपेटाइटिस बी, सी और डी संक्रमित व्यक्ति के ब्लड या अन्य प्रकार के तरल पदार्थों के संपर्क में आने से फैलता है।