बीकानेर,शहर के ऐतिहासिक संसोलाब तालाब परिसर में रविवार को सैंकड़ों लोगों ने संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन और जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल के नेतृत्व में सघन श्रमदान किया। लगभग 2 घंटे चले श्रमदान के दौरान अतिरिक्त संभागीय आयुक्त एएच गौरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., नगर निगम आयुक्त सिद्धार्थ पलनिचामी, निगम उपायुक्त पंकज शर्मा, नगर विकास न्यास सचिव नरेंद्र सिंह पुरोहित, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पंवार, पीबीएम अधीक्षक डॉ. पीके सैनी, सहायक निदेशक (कॉलेज शिक्षा) डॉ. राकेश हर्ष, संयुक्त निदेशक (सांख्यिकी) इंदीवर दुबे सहित अनेक अधिकारी स्टाफ सहित मौजूद रहे। परशुराम सेवा समिति के अध्यक्ष नवरतन व्यास, नथमल व्यास सहित अनेक पदाधिकारियों ने इसमें भागीदारी निभाई। नगर निगम के कार्मिक मय संसाधन मौजूद रहे। संभागीय आयुक्त ने कहा कि प्रशासन द्वारा शहर के पुराने तालाबों का संरक्षण किया जाएगा। पहले चरण में बरसात से पहले ऐसे सभी तालाबों की साफ सफाई की जाएगी। आगोर को अतिक्रमण मुक्त करने के अलावा पानी के आवक मार्ग को ठीक करवाया जाएगा। जिला कलेक्टर ने कहा कि एक समय में यह तालाब शहर की पेयजल आवश्यकता की पूर्ति करते थे। इनमें फिर से पुनर्जीवित किया जाएगा। साथ ही उन्हें पर्यटक स्थलों के रूप में विकसित करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विभिन्न संस्थाएं भी इस अभियान से जुडें। इस दौरान संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टर ने तालाब के आगोर क्षेत्र का अवलोकन किया।
*हर्षोलाब और महानंद तालाब का किया अवलोकन*
इसके बाद संभागीय आयुक्त डॉ. पवन ने हर्षोलाब और महानंद तालाब का अवलोकन किया। उन्होंने दोनों तालाबों के ऐतिहासिक परिपेक्ष्य के बारे में जाना और यहां पानी की आवक, ठहराव और विकास की आवश्यकताओं के बारे में जाना। हर्षोलाब तालाब की सफाई, आगोर को अतिक्रमण मुक्त करवाने, नवनिर्मित ट्यूबवेल चालू करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। इस दौरान प्रेम नारायण हर्ष, नवरतन व्यास आदि मौजूद रहे। महानंद तालाब की सेफ्टी वॉल बनाने के प्रस्ताव उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए तथा यहां की व्यवस्थाओं को सराहा। महानंद पर्यावरण समिति के गणेश आचार्य, कैलाश आचार्य ने कार्यों के बारे में बताया। इस दौरान संभागीय आयुक्त ने मंदिर में पूजा अर्चना की।