नई दिल्ली. चुनावी रणनीतिकार की समीक्षा के लिए गठित कांग्रेस की समिति का मंथन अगले 24 से 48 घंटे में पूरा होगा। इसके बाद समिति इस पर रिपोर्ट तैयार कर पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को पेश करेगी। वहीं, बुधवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के साथ पैनल और पीके ने चर्चा की। इस दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव के अलावा राजस्थान व छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता बरकरार रखने के रोडमैप पर भी चर्चा की गई। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल कर 2024 के लिए रणनीति बनाने की जिम्मेदारी देने पर सहमत हैं।
हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी उनको कोई भी जिम्मेदारी देने से पहले सभी वरिष्ठ नेताओं से राय प्रशांत किशोर (पीके) के फॉर्मूले ले रही हैं।
पीके ने संभावनाओं का दिया प्रेजेंटेशन : राजस्थान के सीएम गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम बघेल दोपहर करीब 12 बजे 10 जनपथ पहुंचे। यहां पीके फॉर्मूले की समीक्षा के लिए गठित समिति ने दोनों मुख्यमंत्रियों के साथ पीके की मौजूदगी में चर्चा की। करीब पांच घंटे चली बैठक में पीके ने 52 स्लाइड का प्रेजेंटेशन दिया। इसमें करीब डेढ़ दर्जन स्लाइड कांग्रेस की कम्युनिकेशन रणनीति को लेकर है, जबकि 10 स्लाइड में उन राज्यों का जिक्र है, जहां कांग्रेस अपनी सीट बढ़ा सकती है। कुछ स्लाइड्स ऐसे राज्यों के बारे में हैं, जहां संगठन मजबूत करने के लिए तुरंत काम करने की जरूरत है।