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श्रीडूंगरगढ़,नूतन विक्रम संवत् 2079, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, वार शनिवार, दिनांक 2 अप्रैल 2022 से आरंभ होकर चैत्र कृष्णा अमावस्या, मंगलवार ,दिनांक 21 मार्च 2023 तक रहेगा । आइए जानते हैं मेष आदी 12 राशियों के लिए यह वर्ष कैसा रहेगा ?

1.मेष
चू-चे-चो-ला, ली-लू-ले-लो-अ ( अश्विनी १-४, भरणी १-४, कृत्तिका-१)
मेष राशि वालों के लिए यह वर्ष शुभ प्रभाव प्रदान करने वाला है। इस वर्ष सुयोग का प्रभाव 70% तो कुयोग का प्रभाव 30% रहेगा | मेष राशि वालों के लिए यह वर्ष आरोग्य युक्त रहे। व्यापारी एवं राजनीतिक वर्ग के लोगों को अपने क्षेत्र का विस्तार करने का अवसर प्राप्त होने का अवसर प्राप्त होगा। किंतु धन का निवेश करते समय उचित मार्गदर्शन के साथ स्वयं के ग्रह दशा का आकलन करना ही हितकारी रहेगा। वही नौकरी पैसा वर्ग को पद प्रतिष्ठा के लाभ मिलने के आसार
। इस वर्ष इस वर्ष घर में मांगलिक कार्य के योग भी बन रहे हैं । अभिनेता, खेल जगत के खिलाड़ी या कला प्रेमियों के लिए यह वर्ष कुछ बाधा युक्त रह सकता है । बेवजह के वाद विवाद एवं वाणी कठोरता से बचें । यथासंभव अनुकूल फल प्राप्ति हेतु हनुमानजी की उपासना करना श्रेष्ठ रहेगा। लाल रंग के दीपक में सरसों का तेल डालकर हनुमान जी को मोतीचूर के लड्डुओं का भोग लगाकर ऋण हर्ता मंगल स्तोत्र का पाठ करें । वर्ष के २,४,५,९,११ महीनों में विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है ।

2. वृषभ
ई-उ-ए ,ओ-वा-वी-वू , वे-वो (कृत्तिका २-४, रोहिणी १-४, मृगशिरा-१-२)
वृषभ राशि के लिए यह वर्ष उतार -चढाव, व परेशानियों भरा रहेगा । इस वर्ष कुयोग का प्रभाव 60% तो सुयोग का प्रभाव 40% रहेगा । श्रम के अनुरूप फल में कमी रहे, आकस्मिक खर्चे का अवसर एवं ऋण के प्रभाव की भी संभावनाएं बन सकती है। परिवार, मित्र, बांधव एवं स्त्री पक्ष से मानसिक असंतोष पैदा हो सकता है। संयम रखते हुए आपसी विवादों से यथासंभव दूर रहे । महिला वर्ग के लिए पारिवारिक दायित्वों का बोझ बढ़ सकता है। गुरु शुक्र की युति राजयोगकारी है। किंतु यह ग्रह चाल आपसी वैर विरोधी होने से शुभ प्रभावों की प्रबलता कुछ कम दिखेगी। फिर भी शिक्षा परीक्षा प्रतियोगिता में किया गया प्रयास अग्रसर सफलता युक्त हो सकता है। महिलाओं के स्वास्थ्य में गिरावट आने के प्रबल आसार हैं अतः सावधानी रखें । परिवार में अनुकूलता के लिए नियमित सुंदरकांड का पाठ करें एवं पीपल में जल चढ़ाएं ।

3. मिथुन
का-की,कु-घ-ड़-छ,के,को,ह (मृगशिरा-३-४, आर्द्रा १-४, पुनर्वसु १-३)
मिथुन राशि वालों के लिए यह वर्ष मिलाजुला प्रभावकारी रहेगा | आपकी राशि में शनि की ढैया का प्रभाव दिनांक 29 अप्रैल 2022 तक रहेगा एवं तदुपरांत 12 जुलाई 2022 से 17 जनवरी 2023 तक रहेगा। इस वर्ष को कुयोग का प्रभाव 55% एवं सुयोग का प्रभाव 45% रहेगा। वर्ष पर्यंत शनि मंगल की ग्रह चाल है मंगल स्थिति में विचरण करेंगे जिसके प्रभाव से आपका व्यक्तित्व नकारात्मकता के प्रभाव से मुक्त नहीं हो पाएगा। याद रहे कि किसी भी वाद-विवाद में पड़ना आपके लिए हितकारी नहीं रहेगा अतः वाद विवाद से यथासंभव बचना ही श्रेष्ठ रहेगा सामाजिक, राजनैतिक, कला प्रेमी एवं खेल जगत के खिलाड़ियों के लिए समय कुछ बाधा युक्त रहने की संभावना है। श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ आपके लिए शांति दायक हो सकता है अतः यथासंभव श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें या कराएं ।

4.कर्क
ही,हू-हे-हो-डा, डी-डू-डे-डो (पुनर्वसु-१,पुष्य-१-४,आश्लेषा १-४)
कर्क राशि वालों के लिए इस वर्ष ग्रहों की प्रतिकूलता का पलड़ा भारी रह सकता है। दिनांक 29/ 4/22 से दिनांक 12/ 7/22 तक एवं 17/ 1/23 से शनि की ढैय्या रहेगी । इस वर्ष स्वास्थ्य की दृष्टि से विशेष ध्यान रखें। उदर वायु विकार(गैस), लिवर ,प्रमेय मूत्र रोग चर्बी जनित रोग या नशा नाड़ी संबंधित रोगों से कष्ट होने के आसार की प्रतीति हो रही है। गुरु, शुक्र की युति होने से आपके लिए आर्थिक दृष्टिकोण से कुछ नकारात्मक परिस्थितियां पैदा कर सकती है, शेयर बाजार में यथासंभव निवेश करने से बचें। आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जनक स्थितियां पैदा हो सकती हैं एवं उन्हें कष्ट पहुंचा सकती है। इस वर्ष आपकी राशि में सुयोग का प्रभाव 30% एवं को कुयोग का प्रभाव 70% रहने के आसार हैं।
यथासंभव समय -समय पर भगवान शंकर का अभिषेक करते रहे या करवाते रहें।

5. सिंह
मा-मी-मू-मे, मो-टा-टी-टू- टे (मघा-१-४, पूर्वाफाल्गुनी-१-४, उत्तराफाल्गुनी-१)
सिंह राशि के जातकों के लिए यह वर्ष शारीरिक एवं स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से मिश्रित फल कारक रहेगा। अधिक प्रलोभन जैसी योजनाओं से बचें एवं लक्ष्य पर विशेष ध्यान देवें। सुयोग का प्रभाव 60 प्रतिशत एवं कुयोग का प्रभाव 40% रहे । आर्थिक दृष्टिकोण से यह वर्ष आपके लिए कुछ लाभप्रद हो सकता है। स्त्री, संतान, माता-पिता के स्वास्थ्य या न्यायालय विवादों में धन का अपव्यय हो सकता है। बेवजह वाद -विवाद करना आपके लिए तिल का ताड़ बन सकता है, भूमि भवन वाहन के क्रय-विक्रय में विश्वासघात संभव है अतः सावधान रहें फिजूल खर्च पर नियंत्रण रखें । ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण आदि महीनों में विशेष सावधानियां बरतें ।

6.कन्या
टो-प-(प्र)-पी,पू- ष-ण-ठ,पे-पो (उफा.-२-४,हस्त-१-४,चित्रा-१-२)
कन्या राशि के जातकों के लिए यह वर्ष सामान्यतया शुभ प्रभावी रहेगा । स्वगृही पंचमस्थ शनि मंगल के साथ युति होने से मिश्रित फल कारक है। कन्या राशि के जातकों के लिए इस बार सुयोग 45% एवं कुयोग 55% रहेगा। समय-समय पर उदर -विकार , वायु- विकार, मूत्र रोग, हड्डी व नाड़ी संबंधित कष्ट हो सकते हैं। आर्थिक स्थिति उतार चढ़ाव पूर्ण रहेगी । दांपत्य जीवन में असंतोष उत्पन्न हो सकता है। ए कारण पारिवारिक उलझने बढ़ सकती है। फिजूल खर्च से बचें। अविवाहितों को विवाह संपादन का शुभ अवसर प्राप्त हो सकता है। आरक्षण सुरक्षा हेतु शनिवार का व्रत , प्रतिदिन हनुमान चालीसा एवं हनुमानाष्टक का पाठ करना श्रेष्ठ रहेगा ।

7.तुला
रा-री,रू-रे-रो-ता,ती-तू-ते
(चित्रा-३-४, स्वाति-१-४, विशाखा-१-३)
इस वर्ष तुला राशि वालों के लिए 29 अप्रैल 2022 तक एवं 12 जुलाई से 2022से 17 जनवरी 2023 तक शनि की ढैया का प्रभाव रहेगा। हालांकि पिछले वर्ष की भांति यह वर्ष कुछ राहत भरा रहेगा। कार्य की व्यस्तता के चलते शारीरिक थकान एवं मानसिक तनाव भी रहेगा । कभी-कभी प्लीहा, लीवर ,उदर विकार, आंख, नाक, गला, बवासीर, वात पित्त संबंधित कुछ कष्ट हो सकते हैं। आर्थिक दृष्टि से यह वर्ष उतार-चढ़ाव पूर्ण रहेगा । विद्यार्थियों के लिए परीक्षा की दृष्टि से यह वर्ष शुभ फल कारक रहेगा। सामाजिक, राजनैतिक ,कलाप्रेमी, अभिनेता, समाजसेवी लोगों को सफलता से लोकप्रियता में वृद्धि संभव है । तुला राशि वालों के लिए इस वर्ष कुयोग की रचना 60% एवं सुयोग का निर्माण 40% ही विदित हो रहा है।
विशेष:- संयोग की वृद्धि हेतु सिद्ध साधित शनि मुद्रिका धारण करें एवं गुरुवार का व्रत करें ।।

8.वृश्चिक
तो,ना-नी-नू-ने,नो-या -यी-यू
(विशाखा-१, अनुराधा-१-४, ज्येष्ठा-१-४)
वृश्चिक राशि वालों के लिए दिनांक 29 अप्रैल 2022 से 12 जुलाई 2022 तक एवं पुनः 17 जनवरी2023 से शनि की ढैया रहेगी। वृश्चिक राशि वालों के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से तो यह वर्ष अनुकूल ही प्रतीत हो रहा है। किंतु शत्रुओं से विशेष सावधान रहें एवं वाहन चलाते समय सावधानियां अवश्य रखें । शेयर मार्केट में निवेश करते समय विशेष सावधानी बरतें । वृश्चिक राशि वालों के लिए इस वर्ष सुयोग 60% एवं 40% कुयोग विदित हो रहा है। आप इस वर्ष परिवार में संतान अथवा पूज्य जनों को कष्ट होने से तनाव में रह सकते हैं। रकम लेनदेन करते समय विशेष सावधानियां रखें। हनुमान जी की उपासना, पीपल पूजा, श्री सूक्त का पाठ करना आपके लिए लाभकारी रहेगा ।।

9.धनु
ये- यो- भ-भी,भू- ध- फ -ढ-,भे
(मूल-१-४,पूर्वाषाढ़ा-१-४,उत्तराषाढ़ा-१)
धनु राशि पर वर्षारंभ से 29 अप्रैल तक एवं 12 जुलाई से 17 जनवरी 2023 तक शनि की साढ़ेसाती रहेगी । विगत समय अपेक्षा सुधारक गति पथ का निर्माण हो रहा है। गुरु -शुक्र की युति होने से व्यापारिक एवं आर्थिक दृष्टिकोण से अशांत स्थिति बनी रह सकती है। बेवजह के वाद -विवाद में पड़ने से यथासंभव बचें अन्यथा कोर्ट कचहरी भी जाना पड़ सकता है। अचानक राजनैतिक क्षेत्र के लोगों को महत्वपूर्ण पद भी प्राप्त हो सकता है। वाहन चलाते समय चोट चपेट की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। इस वर्ष सुयोग का निर्माण 45% एवं कुयोग का निर्माण 55% प्रतीत हो रहा है। वर्षा के ज्येष्ठ, श्रावण, मार्गशीर्ष, फाल्गुन आदि मास कष्टप्रद रह सकते हैं।
निवारण- गाय को गुड़ खिलाएं, हनुमानाष्टक का पाठ करें, शनिमुद्रिका धारण करें ।।

10.मकर
भो-जा-जी, खी-खू-खे-खो,ग-गी
(उत्तराषाढा २-४, श्रवण- १-४, धनिष्ठा-१-२)
मकर राशि वालों के लिए यह वर्ष मिश्रित फल वाला रहेगा। वर्षारंभ से आपकी राशि में शनि की साढ़ेसाती चल रही है कार्य व्यवसाय में आशा अनुरूप धन और यश की प्राप्ति होगी । कार्य विस्तार की योजना फलीभूत हो सकती है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष अच्छा ही रहने के आसार हैं ।किंतु यदा-कदा मानसिक तनाव कमर, पेट ,खून में अथवा मूत्र में इंफेक्शन की संभावनाएं बन सकती है। भाई बहनों से वैचारिक मतभेद भी संभव है। सामाजिक व राजनैतिक व्यक्तियों के लिए यह वर्ष उतार-चढ़ाव वाला रह सकता है। किसी भी प्रकार के कानूनी मामलों में पड़ने से यथासंभव बचें । वाहन आदि चलाते समय विशेष सतर्क रहें। मनोवांछित फल प्राप्ति हेतु नवग्रह शांति के लिए नवग्रह यंत्र स्थापित करके “नवग्रहशांति धूप” प्रज्वलित करके शांति मंत्र का जाप करें ।

11. कुंभ
गू-गे,गो-सा-सी-सू, से-सो-द
(धनिष्ठा-३-४, शताभिषा-१-४पू.भा.-१-३,)
कुंभ राशि वालों के लिए शनि की साढ़ेसाती चल रही है। अतः इस वर्ष व्यवसाय में परिश्रम के अनुपात में लाभ की मात्रा अल्प ही रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं। आय से अधिक अपव्यय का पलड़ा भारी रह सकता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से मंगल व शनि की स्थिति को कुछ अमंगल स्थिति में होने से समय-समय पर उदर रोग, वायु विकार यानी गैस, हड्डी से संबंधित रोग, घाव आदि छोटी-बड़ी बीमारियों संबंधित कष्ट उत्पन्न हो सकते हैं। अपनी वाणी पर विशेष नियंत्रण रखें। आकस्मिक लाभ प्रदान करने वाली योजनाओं में धन निवेश करने से यथा संभव बचने का प्रयास करें। किसी भी प्रकार के बड़े लाभ के मोह में किसी भी प्रकार का बड़ा निवेश ना करें।
निवारण – शनिवार को विशेष रूप से हनुमानजी की आराधना करें।

12. मीन
दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची (पूभा.-१, उ.भा.-४, रेवती- ४)
मीन राशि वालों के लिए दिनांक 29 अप्रैल 2022 से 12 जुलाई 2022 तक एवं पुणे 17 जनवरी 2023 से शनि की साढ़ेसाती रहेगी । पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष की दिन दशा कुछ कमजोर ही रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं। मीन राशि वालों के लिए इस वर्ष को योग 60 % एवं सहयोग 40% रहने के आसार हैं। समय-समय पर रितु विषय बीमारियों के साथ-साथ आंख, कान, गला, नाक, उदर विकार, मधुमेह, रक्तचाप, विदाई और संबंधित बीमारियां आपको पीड़ित कर सकती है । स्थान परिवर्तन, व्यापार परिवर्तन एवं व्यापार विस्तार योजनाओं को अभी यथासंभव टाले। शेयर मार्केट में निवेश करने से भी यथासंभव बचें । कार्य व्यवसाय, सहयोगी वर्ग, परिवार पक्ष से प्रतिफल, असंतोषजनक रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं। आपके लिए आषाढ़, भाद्रपद ,कार्तिक ,पौष,फाल्गुन आदि मास कष्ट कारक रह सकते हैं।
निवारण – गुरुवार का व्रत करें, शनि मुद्रिका धारण करें एवं गाय को रोटी, घी, गुड खिलाएं।।

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