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बीकानेर,पीबीएम हॉस्पिटल में फ्री उपचार की सरकारी घोषणा को अंजाम देने के लिए बड़ी तादाद में व्यवस्थाओं में सुधार करने के साथ ही संसाधन जुटाने होंगे। लगभग 1700 तरह की दवाइयां, सुइचर्स, इंप्लांट सहित उपचार में काम आने वाले छोटे-छोटे उपकरण यानी यूटेंसिल्स की भारी मात्रा में जरूरत होगी। जब तक सरकार ये आइटम सप्लाई में उपलब्ध कराएगी तब तक व्यवस्थाएं सुचारु रखने के लिए इनकी स्थानीय स्तर पर खरीद करनी होगी। सिर्फ दवाइयों-उपकरणों के इंतजाम से ही व्यवस्था सुचारु नहीं हो पाएगी।

इसके साथ ही बड़ी तादाद में मैन पॉवर की भी जरूरत होगी। इनमें नर्सेज, फार्मासिस्ट, टेक्निशियन, अटेंडेंट आदि शामिल हैं। प्राथमिक तौर पर सामने आया है कि लगभग 500 कार्मिकों की अतिरिक्त आवश्यकता होगी। इसके साथ ही 25 डीडीसी यानी दवा वितरण केन्द्र फिर से चालू करने होंगे जो स्वीकृत होने के बावजूद फिलहाल कर्मचारियों की कमी के कारण बंद हैं।

मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. मोहम्मद सलीम की मौजूदगी में सोमवार को विभागाध्यक्ष, यूनिट हैड की मीटिंग हुई जिसमें सभी विभागों ने अपनी-अपनी जरूरतों का ब्यौरा दिया। इस पर चर्चा की। डॉ. सलीम का कहना है, सुपरिटेंडेंट डॉ. पीके सैनी सभी सूचियों की स्क्रूटनी कराएंगे। यह सूची कलेक्टर को देंगे। सरकार ने उन्हें मंजूरी की जिम्मेदारी दी है। हॉस्पिटल में व्यवस्थाओं के लिहाज से हुई इस मीटिंग में संभागीय आयुक्त नीरज के.पवन भी पहुंचे। उन्होंने इंतजामों की जानकारी ली।

सभी विभागों ने जरूरतों की सूची दी है। इसकी स्क्रूटनी करने के लिए सीनियर डॉक्टर्स की कमेटी बना रहे हैं। एक-दो दिन में ही अंतिम रूप देकर कलेक्टर को सौंपेंगे। मैन पॉवर की लिस्ट भी देंगे। वैसे अभी मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दे रहे। सभी इंतजाम कर लिए हैं। – डॉ. पीके सैनी, सुपरिटेंडेंट पीबीएम

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