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बीकानेर राजस्व वसूली को बढ़ाने और निगम की आर्थिक स्थिति में सुधार की बातें हवा-हवाई साबित हो रही है। निगम राजस्व वसूली में फिसड्डी साबित हो रहा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए नगर निगम ने नगरीय विकास कर के रूप में 10 • करोड़ रुपए की राजस्व वसूली का लक्ष्य तय किया था, लेकिन वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक निगम केवल 1 करोड 61 लाख रुपए ही राजस्व प्राप्त कर सका है। बजट अभिभाषण सहित कई अवसरों पर निगम महापौर ने निगम की राजस्व बढ़ोतरी को बढ़ाने व आर्थिक स्थिति में सुधार की बात कही, लेकिन धरातल पर परिणाम कुछ और ही नजर आ रहा है।

नगरीय विकास कर की वसूली में निगम पिछले छह वर्षों में सबसे कम वसूली कर पाया है। निगम जानकारी अनुसार निगम ने वित्तीय वर्ष 2015- 16 में 6 करोड़ 16 लाख रुपए,

वित्तीय वर्ष 2016-17 में 4 करोड 49 लाख रुपए, वित्तीय वर्ष 2017- 18 में 3 करोड 93 लाख रुपए, वित्तीय वर्ष 2018-19 में 4 करोड 88 लाख रुपए, वित्तीय वर्ष 2019- 20 में 4 करोड़ 47 लाख रुपए,

वित्तीय वर्ष 2020-21 में 3 करोड 20 लाख रुपए का राजस्व नगरीय विकास कर के रूप में वसूला था। लेकिन बीते वित्तीय वर्ष में निगम महज 1 करोड़ 61 लाख रुपए की यूडी टैक्स के रुप में वसूल पाया है।

राजस्व वसूली को लेकर निगम उदासीन है। निगम में राजस्व अधिकारियों के साथ राजस्व निरीक्षक भी है। लेकिन प्रभावी मॉनिटरिंग की कमी के कारण न आरओ और ना ही आरआई वसूली को लेकर गंभीर नजर आए। कई आरओ राजस्व वसूली के बजाय अन्य निगम कार्यो में पदस्थापित किए, जिसका परिणाम रहा कि निगम यूडी टैक्स वसूली में फिसड्डी साबित हुआ है। यूडी टैक्स ही नहीं निगम अन्य राजस्व वसूली में कमजोर साबित हो रहा है।

नगरीय विकास कर वसूली में निगम के फिसड्डी साबित होने के बाद भी महापौर और आयुक्त गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। महज 16 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त होने के बाद भी कम वसूली के लिए न किसी अधिकारी कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की जा रही है और ना ही निगम में चर्चा तक की जा रही है। नए वित्तीय वर्ष के प्रारंभ होने के एक पखवाड़े बाद भी यूडी टैक्सी वसूली को बढ़ाने के लिए निगम के प्रयास नजर नहीं आ रहे हैं।

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