बीकानेर,राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव होने है इसी को लेकर दोनों मुख्य पार्टियों के अलावा आप एंव एमआईएम (ओवेसी) पार्टी भी अपने जड़े जमाने के प्रयास में है।
कल 2 दिन के प्रवास पर जयपुर आये पार्टी के मुखिया बेरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी ने प्रदेश के कई रिटायर्ड अल्पसंख्यक लॉबी के अधिकारियों से मुलाकात की है, सुनने में आया है कि प्रदेश में किसी सेवानिवृत्त मुस्लिम अधिकारी को अपनी पार्टी की कमान सौंप सकते है वही कई सेवानिवृत्त अधिकारी विधानसभा का चुनाव भी लड़ सकते है। इसके अलावा प्रदेश की लगभग 35 मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर गहन चर्चा कर एक खाका तैयार किया गया है। यह भी चर्चा है कि कई मुस्लिम कांग्रेस नेता भी ओवेसी के लगातार संपर्क में है। यह वही मुस्लिम नेता है जिन्हें इस बार सत्ता में भागीदारी नही मिली है। इसके अलावा ओवेसी कई रिजर्व सीटो पर भी दलित वर्ग के उम्मीदवार उतार सकता है। वही औवेसी के प्रदेश में हुई एंट्री से कांग्रेस थोड़े सकते में है उन्हें डर है कि कही यह पार्टी उनके मुख्य वोट बैंक में सेंध ना लगा ले लेकिन कुछ एक कांग्रेस नेताओं का कहना है कि प. बंगाल एंव यूपी की तरह राजस्थान में भी ओवैशी को लोग पसंद नही करते है।
ओवेसी की नजर मुख्यत प्रदेश की जयपुर शहर की किशनपोल, हवामहल, आदर्श नगर, सिविल लाइंस, सीकर की फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़, चुरू, सुजानगढ़ (एसी), झुंझनु की मंडावा, बीकानेर जिले की बीकानेर पूर्व, पश्चिम एंव खाजूवाला (एससी), नागौर शहर, डीडवाना, मकराना, लाडनू (नागौर), पुष्कर, अजमेर उत्तर, मसूदा (अजमेर), पोकरण एंव जैसलमेर, चोहटन (एससी), शिव, बाड़मेर, जोधपुर की सूरसागर, सरदारपुरा, फलोदी एंव जोधपुर शहर तो वही टोंक, सवाई माधोपुर, कामां (भरतपुर), रामगढ़ एंव तिजारा (अलवर) एंव कोटा की लाडपुरा एंव कोटा उत्तर सीट पर है।