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बीकानेर,अंबेडकर जयंती पर सादुर्ल क्लब राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने सामाजिक एकता संकल्प रैली आयोजित की।         

 रैली का रंग पूरा राजनीतिक और कांग्रेस लोगों की मानी गई। इसमें दो मंत्री,गोविंद मेघवाल, भंवर सिंह भाटी,पूर्व विधायक  वीरेंद्र बेनीवाल, मंगला राम गोदारा, अल्प संख्यक आयोग के अध्यक्ष रफीक खान, विधायक कृष्णा पूनिया, नरेंद्र बुढ़ानिया, राज कुमार किराडू, नारायण झंवर, राजेंद्र मुंड, हेमंत यादव और कई प्रधान, जिला परिषद सदस्य, पार्टी संगठन के पदाधिकारी, महिला पदाधिकारी  शामिल हुई।      भीड़ जुटाने में गोविंद मेघवाल सफल रहे। विशुद्ध रूप से कांग्रेस समर्थित लोगों की भीड़ मानी गई।

इस रैली में रामेश्वर डूडी के धुर विरोधी भी शामिल थे

नारायण झंवर – पालिकाध्यक्ष नोखा नगर पालिका..

वैसे तो पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर पूर्व से कांग्रेस उम्मीदवार रहे एंव मुख्यमंत्री गहलोत के काफी करीबी भी है, 2018 विधानसभा चुनाव टिकट बवाल में झंवर की टिकट कटने के बाद रामेश्वर डूडी ने पार्टी को ऊपर तक मजबूर कर दिया पुनः टिकट देने पर एंव वह कायमाब भी हुवे। उस समय से झंवर स्थानीय लेवल पर डूडी गुट से ही मांने जाते है। लेकिन जग जाहिर है कि डूडी एंव गोविन्दराम मेघवाल में 36 का आंकड़ा है फिर भी नारायण झंवर का मेघवाल की रैली में जाना एंव मंच पर पूरा समय देना सोचने की बात है, के एल झंवर की तबियत खराब रहने के कारण उनकी जगह ज्यादातर उनके पुत्र नारायण झंवर ही जाते है। इस बात पर भी बाजार गर्म है कि जिस दिन गोविंद राम मेघवाल केबिनेट मंत्री बनकर प्रथम बार बीकानेर पहुँचे थे तो उस दिन भी इसी झंवर परिवार की तरफ से जगह जगह स्वागत हुवे एंव सभी समर्थकों के लिए सर्किट हाउस में लगभग 2000 लोगो का खाना भी बनवाया गया था। वैसे 2 दिन जिले के एक अन्य मंत्री भी आये लेकिन उस दिन ऐसा नजारा झंवर की तरफ से नही देखने को मिला।

वीरेंद्र बेनीवाल – पूर्व गृह राज्य मंत्री

पूर्व गृह राज्य मंत्री वीरेंद्र बेनीवाल वैसे तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी है लेकिन स्थानीय लेवल पर बेनीवाल की पटरी हर किसी से ज्यादा बैठती नही है, 2018 विधानसभा चुनाव से पूर्व इनकी, पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा एंव गोविन्दराम मेघवाल की जोड़ी थी जो उस वक्त के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के घोर विरोधी होने के बाद भी टिकट लाने में कामयाब रहे क्योंकि गहलोत का इन तीनो पर काफी भरोसा रहा है। लेकिन चुनाव के बाद गोविन्दराम मेघवाल एंव बेनीवाल की ज्यादा पटरी बैठी नही काफी समय बाद इस रैली में तीनो की जोड़ी एक साथ देखने को मिली है, हो सकता है जननायक का आदेश हो।

मंगलाराम गोदारा – पूर्व विधायक

मंगलाराम गोदारा भी गहलोत गुट से ही आते है और सुनने में आया है कि गोदारा देहात अध्यक्ष रेस में भी है इसके अलावा बाजार में यह भी चर्चा आम है कि डूडी इस बार अपनी सीट बदल कर डूंगरगढ़ या लूनकरनसर भी जा सकते है इसमें सबको अंदर ही अंदर डर सता रहा है। हो सकता है इसी कारण यह तिकड़ी पुनः एकजुट हुई हो। कार्यक्रम में गोदारा के पुत्र केसराराम गोदारा (प्रधान प्रतिनिधि) भी मौजूद रहे थे।

डॉ राजेन्द्र मूंड – प्रदेश कांग्रेस सचिव

डॉ राजेन्द्र मूंड अभी एक मुकदमे को लेकर काफी चर्चा में है, मूंड भी काफी समय से लूनकरनसर विधानसभा से कांग्रेस की टिकट की दावेदारी ठोक रहे है।

हेमन्त यादव (सरपंच प्रतिनिधि उदयरामसर)
हेमन्त यादव जो पपु यादव के नाम से मशहूर है जो डूडी के कट्टर समथकों में गिने जाते है इनका भी इस रैली में आना एंव मंचासीन होना आश्चर्य चकित करने वाला है।

रैली का संचालन करने में भी लगी थी होड़-
सादुल क्लब की इस रैली में मंच संचालन करने में दो प्रमुख कांग्रेस नेता रहे जो दोनों ही देहात अध्यक्ष के मजबूत दावेदार है। दोनों युवा नेता स्थानीय नेताओं की पहली पसंद बनने में लगे है अब देखो ऊंट किस करवट बैठता है।

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