बीकानेर:झुंझुनूं के चिड़ावा (Chirawa) की रहने वाली और स्वतंत्रता सैनानी चौधरी रक्षपालसिंह की पौत्री मुक्ता राव (Mukta Rao) ने आरएएस 2018 (RAS 2018) की परीक्षा को टॉप किया है. उनकी पूरे राजस्थान (Rajasthan) में एक नंबर रैंक आई है.
मुक्ता राव ने आरएएस परीक्षा दूसरी बार दी थी, जिसके बाद उन्होंने टॉप किया है. मुक्ता के पति डॉ. विजयपालसिंह ढाका मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर (Manipal University Jaipur) में कंप्यूटर साइंस डिर्पाटमेंट के हेड हैं. मुक्ता की शादी सीकर जिले के नेतड़वास गांव में मास्टर भंवरसिंह के घर पर हुई है.मुक्ता की उपलब्धि पर उनके रिश्तेदार मोहब्बतसरी निवासी डॉ. नंदकिशोर पूनियां, उनकी पत्नी ज्योति राव पूनियां, बहन डॉ. निशा राव धनखड़, बहनोई मुकेश धनखड़, अविनाश राव तथा अभिषेक राव सहित अन्य ने खुशी जाहिर की है. मुक्ता को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. मुक्ता के पिता महेंद्रसिंह राव का भी बिजनस है.
क्या कहना है टॉपर मुक्ता का
मुक्ता ने अपनी उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है और कहा कि उन्हें इस मुकाम तक लाने में बड़े बुजूर्गों के आशीर्वाद के साथ-साथ उनके पति डॉ. विजयपालसिंह तथा उनके ससुर मास्टर भंवरसिंह का बड़ा योगदान है. वह खुद 2007 में शादी के बाद से आईटी इंडस्ट्री में थी, जहां पर काफी पैसा था. कई ऑप्शन थे. लेकिन सोसायटी से जुड़ाव नहीं था.
ससुर ने दी हिम्मत
पहले उनके पति ने कई बार कहा कि तुम आईटी के लिए नहीं बल्कि सिविल सर्विसेज के लिए बनी हो. वह खुद भी अपने दादा स्वतंत्रता सेनानी रक्षपालसिंह को देखती तो समाज के लिए कुछ करने की तमन्ना थी लेकिन वह तय नहीं कर पा रही थी. इसी दौरान उनके ससुर भंवर सिंह ने कहा कि तुम सब छोड़कर बस अब सिविल सर्विसेज की तैयारी करो. उनका विश्वास देखकर मैंने भी ठान लिया और आज सफलता हासिल कर ली.
याद करती हैं स्वामी विवेकानंद के शब्द
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद की सोच के साथ आगे बढ़ने सफलता मिलती ही है. स्वामीजी ने कहा था कि लक्ष्य को जीए, सोचे, खाए, पीए, सभी में लक्ष्य सामने हो तो वो प्राप्त होगा ही. झुंझुनूं के चिड़ावा निवासी आरएएस टॉपर मुक्ता राव के घर पर डबल खुशी मनाई जा रही है. उनकी बहन डॉ. निशा राव धनखड़ के पति मुकेश धनखड़ ने एक्स आर्मी मैन वर्ग में 60वीं रैंक प्राप्त की है. इससे पहले मुकेश धनखड़ का एसआई में भी चयन हो चुका है. मुकेश धनखड़ ने लगातार दूसरी सफलता प्राप्त की है. मुकेश धनखड़ की सफलता की खुशी भी ना केवल धनखड़ परिवार में, बल्कि राव परिवार में मनाई जा रही है.