Trending Now












बीकानेर,बार एसोसिएशन, बीकानेर काफी वर्षो से बीकानेर संभाग में हाईकोर्ट की बैंच स्थापित करवाने हेतु प्रयासरत है जिसके लिए पूर्व में वर्ष 2009 में बार एसोसिएशन, बीकानेर द्वारा हड़ताल भी की गई जिस हेतु हर माह की 17 तारीख को सांकेतिक हड़ताल रखकर अधिवक्तागण अदालती कार्यों का स्थगन कर प्रदर्शन कर राज्यपाल राष्ट्रपति व मुख्य न्यायाधीश, केन्द्रीय विधि मंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर मांग करते रहे है और इस समस्या के निवारण हेतु पुरजोर संघर्ष जारी है। आप महोदय बीकानेर के हितों व कल्याण की सोच रखने वाले मुख्यमंत्री है, जो आमजन की समस्याओं को निवारण हेतु सदैव तत्पर रहे है, हमें उम्मीद एवं विश्वास है कि आप इस जनहित से जुड़ी बड़ी समस्या को निवार्णात उचित कदम उठायेंगे।

बीकानेर संभाग में उच्च न्यायालय की पीठ स्थापित करने के प्रमुख वाजिब आधार

1. बीकानेर संभाग के जोधपुर उच्च न्यायालय की मुख्य पीठ में अनुपातिक दृष्टि से बहुत अधिक विवादों / प्रकरणों की संख्या है।

2. भौगोलिक व जनसंख्या की दृष्टि से बीकानेर संभाग काफी बड़ा है, आने वाले समय में विधिक प्रकरणों की संख्या में वृद्धि होने का भी पूर्ण अदेशा है।

3. जनहितार्थ सस्ता, सुलभ व त्वरित न्याय हेतु आम गरीब, मजदूर, किसान पीड़ित पक्ष के पहुंच में न्यायसुलभ हो सकेगा।

4. जोधपुर मुख्य पीठ बीकानेर श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ एवं चूरू के जिलो के अन्तिम छोर के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को न्याय प्राप्त करने हेतु बहुत दूरी तय करनी पड़ती है और अपने विवाद से संबंधित सहजरूप से पैरवी करने में असमर्थता रहती है।

5. यह भी विदित है कि रियासत काल में सन् 1921 से 1951 तक बीकानेर संभाग में हाईकोर्ट की पीठ रही है और आजादी के पश्चात नहीं होना अजीबोगरीब स्थिति पैदा करता है।

6. जिस तरह से प्रशासनिक रूप से संभागीय स्तर पर विकेन्द्रीकरण किया गया है, उसी तरह से न्याय के लिए उच्च न्यायालयों के क्षेत्राधिकार को संभागीय स्तर पर पीठ स्थापित किये जाने से विकेन्द्रीकरण की भावना को सबल मिलेगा।

Author