बीकानेर,चित्रकला विभाग, डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर में चल रही छात्र चित्रकला प्रदर्शनी मंजरी का समापन हुआ। उपाचार्य डॉ. इन्द्रसिंह राजपुरोहित, डॉ. नरेन्द्र नाथ, डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह व डॉ. विपिन सैनी ने प्रदर्शनी की कृति उतार कर प्रदर्शनी के समापन समारोह में उपस्थित रहें।
प्रदर्शनी के औपचारिक समापन कार्यक्रम में डॉ. नरेन्द्र नाथ ने प्रदर्शनी में सभी प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए। छात्रों द्वारा विभाग तथा महाविद्यालय में कलात्मक वातावरण के सृजन करने पर बधाई दी। डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह ने सभी युवा कलाकारों की कला की प्रशंसा की तथा कला में अपनी प्रतिभा का पूर्ण योगदान करें तथा भविष्य में प्रसिद्ध चित्रकार बनने की शुभकानाएं दी। डॉ. सतीश गुप्ता ने छात्रों की क्राफ्ट व कला में भेद समझा कर कलात्मक गुणों के साथ अपनी कला सृजन की सलाह दी। डॉ. विपिन सैनी ने सभी युवा कलाकारों को सहयोग की भावना के साथ प्रदर्शनी के सफल आयोजन में छात्रों की भूमिका की सराहना की तथा सभी युवा कलाकारों को बधाई दी। डॉ. इन्द्रसिंह राजपुरोहित ने सभी युवा कलाकारों को बताया कि सृजनात्मक प्रतिभा ने केवल पेंटिंग के निर्माण में सहयोग करते है, अपितु व्यक्तित्व निर्माण तथा बौधिक क्षमता के विकास में सहयोग हैं।
प्रदर्शनी के औपचारिक समापन में मुख्य अतिथियों द्वारा सांकेतिक रूप में एवं पेन्टिंग उतार कर प्रदर्शनी का समापन किया।
प्रदर्शनी के आज चतुर्थ दिन में भी प्रदर्शनी अवलोकनार्थ बड़ी संख्या में दर्शक पहुँचें। प्रदर्शनी में कई युवा चित्रकारों की पेन्टिंग्स दर्शकों को बहुत पसन्द आई तथा चित्रकारों से खरीदा भी, जिनमें जसप्रीत कौर की मण्डाला आर्ट की दो कृतियां, वृर्षा शर्मा की एक पेन्टिंग तथा मुदित शर्मा का स्कल्पचर वान गोग की मूर्ति व अनुराधा शर्मा की एक पेन्टिंग तथा एक व्यक्ति चित्रण दिनेश राठौड़ की पेन्टिंग प्रमुख थी। प्रदर्शनी के संयोजक सुरेन्द्र पाल मेघ तथा छात्र चित्रकला परिषद के अध्यक्ष मुदित शर्मा के सहयोग से अतिथियों को सर्टिफिकेट वितरीत किये गये।