बीकानेर,मानव धर्म प्रचार सेवा संस्थान और समाजसेवी आसदेव परिवार बम्बलू वालो द्वारा )के संयुक्त तत्वाधान में भागवत बासा भवन पारीक चौक में भव्य नवरात्रि पर्व नित्य प्रतिदिन जाप हवन अनुष्ठान और श्रीमद्भागवत कथा वाचन रोजाना शाम 7:00 से 8:30 तक साधना टीवी लाइव यूट्यूब चैनल द्वारा प्रसारण के साथ समाजसेवी आसदेव परिवार बंबलू वालो द्वारा माता धापूदेवी और ठेकेदार रामप्रताप कुंदनराम लक्ष्मणराम,दिनेश मनोज नवरत्न पूनमचंद आसदेव के संयोजन के द्वारा नित्य गायत्री कवच जाप श्री सुक्तम जाप इंद्राक्षी कवच दुर्गा सप्तशती पाठ ओर कन्या पूजन नित्य हवन यज्ञ ओर भंडारे के द्वारा नवरात्रि का पावन पर्व मनाया जा रहा है। आज छठवें दिवस की श्रीमद्भागवत कथा वाचन करते हुए बालसंत श्रीछैल बिहारी महाराज ने गिरिराज धरण लीलाप्रसंग ओर
पंचाध्याई महाराष् प्रसंग की विस्तृत व्याख्या करते हुए बालसंत ने बताया। कि भगवान की महारास लीला का तात्पर्य “जीवात्मा और परमात्मा के बीच मैं विशुद्ध मिलन होना”लेकिन कहीं-कहीं अज्ञानी लोग इसे काम की लीला मानते हैं” जो कि सर्वथा अनुचित है। क्योंकि परम पुरुषोत्तम श्री भगवान कृष्ण द्वारा जीवात्मा को इंद्रिय संयम का संदेश माना गया हैं। ऐसे ही भगवान के भिन्न-भिन्न अवतार भिन्न भिन्न प्रकार की लीलाओं के द्वारा जीवो को काम के प्रति सजग रहने का संदेश देते रहते हैं। भागवत में पंचाध्याई महाराष् प्रसंग को समझ पाना बड़े बड़े ज्ञानी सूर अमलातमा महात्माओं के बस की बात नहीं है। उपरोक्त राष् लीला प्रसंग को समझने और समझाने के लिए बड़े-बड़े अमलात्मा महात्मा साधु सन्यासी भी मोह के काल का ग्रास बन कर मोह को ग्रसित हो गए। भगवान की लीलाओं को समझने के लिए भाव और आध्यात्मिक भक्ति की परिपक्वता आवश्यक है… तत्पश्चात भागवत कथा के माध्यम से बालसंत ने कंस के उद्धार की कथा बताई तत्पश्चात भगवान कृष्ण का संदीपनी मुनि आश्रम में जाकर 64 दिवस में 64 कला सीखना शंखचूर का उद्धार गुरु पुत्र को लोटा कर लानाऔर उद्धव गोपी प्रसंग के द्वारा उद्धव के ज्ञान रूपी की अहंकार को गोपियों से ज्ञान चर्चा करवा कर उद्धव जी के अहंकार को तोड़कर भक्ति एवं प्रेम का संदेश ज्ञान की प्राप्ति करवाने के कथा प्रसंग बतलाए तत्पश्चात भगवान का द्वारिका स्थापना कर द्वारिका में बसना और रुक्मणी के साथ विवाह प्रसंग बतलाए.. उपरोक्त जानकारी संस्थान के नितेश आसदेव ने देते हुए बताया कि नवरात्रि पर्व सेवाश्रम में रामप्रताप कुंदनराम लक्ष्मणराम नवरत्न मनोज पूनमचंद दिनेश नितेश आसदेव सिकंदर, नंदिनी बबलू कुणाल नारायण पारीक सीमा पारीक अपनी सेवा दे रहे। संपूर्ण नव दिवसीय अनुष्ठान मैं ताजा पुष्प मालाओं से श्रंगार ख्वाइश फ्लावर एंड डेकोरेशन जस्सूसर गेट पुरानी गजनेर रोड के सी ई ओ सिकंदर अली के द्वारा किया जा रहा है