बीकानेर, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं तथा दो वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा, टीकाकरण और पोषण के प्रति जागरुकता के मद्देनजर ‘पुकार’ अभियान की बुधवार को शुरूआत हुई।
इसके तहत सभी 367 ग्राम पंचायतों के एक-एक गांव तथा शहरी क्षेत्रों के सभी वार्डो सहित कुल 520 स्थानों पर जाजम बैठकें हुई। यह आयोजन गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के घरों में हुए। पहले ही दिन लगभग दस हजार महिलाओं तक स्वास्थ्य एवं पोषण सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचाई गई। जाजम बैठकों का यह दौर प्रत्येक बुधवार को चलेगा। इन बैठकों में प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने भागीदारी निभाई।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल गाढवाला में आयोजित बैठक में मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि गर्भधारण से लेकर बच्चे के जन्म पश्चात दो वर्ष तक समय बेहद महत्वपूर्ण होता है। इन एक हजार दिनों में जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहना, सभी आवश्यक जांचें समय पर करवाना, आयरन फोलिक एसिड की गोलियां लेना, संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करना, विभिन्न रोगों से बचाव के लिए टीकाकरण तथा पोषण पर ध्यान देना जरूरी होता है। जानकारी एवं जागरुकता के अभाव में महिलाएं इसके प्रति गंभीर नहीं होती और इस कारण मातृ एवं शिशु मृत्यु के कई मामले सामने आते हैं।
जिला कलक्टर ने बताया कि ‘पुकार’ के तहत प्रत्येक बुधवार को गांव-गांव में ऐसी जाजम बैठकों का आयोजन होगा, जिससे बीकानेर मे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को शून्य तक लाया जा सके। उन्होंने संस्थागत प्रसव के दौरान राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, माहवारी के दौरान स्वच्छता प्रबंधन एवं सेनेटरी नेपकिन वितरण की उड़ान योजना, गर्भवती एवं धात्री महिला तथा बच्चों के डाइट प्लान तथा नशा मुक्ति अभियान के बारे में बताया।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा, आरसीएचओ डॉ. आरसी गुप्ता आदि मौजूद रहे। जाजम बैठक के दौरान अभियान की निर्देशिका का पठन किया गया। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल वर्मा ने टीकाकरण के बारे में बताया अैार खाने-पीने से पूर्व हाथ धोने के बारे में जानकारी दी। बैठकों के दौरान गर्भवतियों की गोद भराई की रस्मे भी की गई।