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बीकानेर,दुनिया का सबसे बड़ा सोलर भू भाग राजस्थान में ही है। जोधपुर के भादला में 2245 मेगा वाट का सोलर पार्क बना हैं। वहीं बीकानेर नोख में भी आर एस डी सी एल तथा एक 3 जे वी कंपनी का सोलर पार्क बन रहा है। राजस्थान में छतों पर सोलर प्लांट लगाने की देश में सबसे बड़ी पीएम कुसुम योजना लांच की गई है । राजस्थान देश का पहला सौर ऊर्जा हब और सौर ऊर्जा पार्क बन गया है। नेशनल सोलर मिशन को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो कदम आगे बढ़कर लागू करने में रुचि दिखाई। राजस्थान सरकार ने निजी क्षेत्र की ऊर्जा उत्पादक कंपनियों को प्रोत्साहित किया। ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी का कहना है कि राजस्थान सरकार ने भी सौर ऊर्जा का प्रोजेक्ट प्रस्तावित किया है। हम देश में सौर ऊर्जा उत्पादन में सबसे आगे हैं। तेजी से नई प्रोजेक्ट आ रहे हैं। राज्य सरकार गैर पारम्परिक ऊर्जा उत्पादन को स्थानीय स्तर पर युवाओं के लिए रोजगार से जोड़े तो इलाके के मानव संसाधन का समुचित उपयोग हो सकेगा। सौर ऊर्जा उत्पादन केवल निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के उपक्रम ही नहीं हो। सरकार स्थानीय स्तर पर रोजगार से जोड़ने से आथिर्क समृद्धि बढ़ेगी। ऊर्जा पर जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि राजस्थान की 2030 तक सोलर हब, सोलर पार्क या गैर परंपरागत ऊर्जा उत्पादक राज्य के रूप में पहचान होनी है। यह उत्पादन राज्य और देश को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने वाला होगा। अभी भी राजस्थान गैर परंपरागत ऊर्जा उत्पादन में देश के अग्रिम राज्य है। भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के ब्यूरो ऑफ एनर्जी ए फिशियनसी (bee) के अनुसार राजस्थान सौर ऊर्जा उत्पादन में देश में सबसे तेजी से बढ़ता राज्य है। राजस्थान उद्यमिता समिट में एक ही दिन में 92 गीगा वाट के 3 लाख करोड़ की परियोजना पर एमोयु हुए हैं । भारत सरकार ने नेशनल सोलर मिशन 2009_2022 शुरू किया। प्रारंभिक लक्ष्य 22 गीगा वाट का रखा है। गैर परंपरागत ऊर्जा उत्पादन का 2030 तक 500 गीगा वाट का लक्ष्य रखा है। राजस्थान गैर परंपरागत ऊर्जा उत्पादन में प्राकृतिक रूप से समृद्ध है। राजस्थान सरकार इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है। राष्ट्रीय संभावनाओं का 20 फीसदी प्राकृतिक ऊर्जा संसाधन राजस्थान में है। राजस्थान में 142 सोलर, 127 गीगा वाट विंड ऊर्जा उत्पादन हो रहा है। भौगोलिक और प्राकृतिक रूप से सार्वधिक ( सोलर ऊर्जा 5.72 किलो वाट मीटर स्क्वायर प्रतिदिन) उपलब्ध है। सन डेज 325 दिन प्रति वर्ष। राजस्थान में गैर परंपरागत ऊर्जा की कुल क्षमता 15,163 मेगा वाट है। इसमें सोलर से 10,687 मेगा वाट, विंड से 4300 मेगा वाट, बायोमास से 120 मेगा वाट। राजस्थान के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी पश्चिम राजस्थान से हैं। बीकानेर, जोधपुर और जैसलमेर में सौर ऊर्जा की परियोजनाओ से इलाके की खुशहाली और प्रदेश में ऊर्जा उत्पादन में उनका विभाग लगा हैं। यह इलाके की आर्थिक समृद्धि का नया सोपान है। पश्चिमी राजस्थान के लिए सौर ऊर्जा आधारित प्रोजेक्ट इलाके के विकास में मील का पत्थर साबित हो सकेंगे।

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