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बीकानेर,मानव धर्म प्रचार सेवा संस्थान और माताजी धापू देवी पुत्र रामप्रताप कुंदनराम लक्ष्मणराम, नवरतन मनोज, पूनमचंद,दिनेश,आसदेव परिवार गांव बम्बलू, हाल तिलक नगर निवासी बीकानेर परिवार) के संयुक्त तत्वाधान में साधना टीवी यूट्यूब चैनल द्वारा आज शाम 7:00 बजे से 8:30 बजे तक प्रसारित श्रीमद् भागवत कथा का प्रसारण पारीक चौक स्थित श्री भागवत बासा भवनमें भव्य नवरात्रि पर्व नित्य प्रतिदिन जाप हवन अनुष्ठान और श्रीमद् भागवत कथा वाचन के द्वारा मनाया जा रहा है। जिसका प्रसारण रोजाना शाम को 7:00 से 8:30 तक 10 अप्रैल तक किया जाएगा पोर्न उपरोक्त अनुष्ठान आयोजन में दैनिक कन्या पूजन के साथ साथ दुर्गा सप्तशती,गायत्री कवच, एवं दैनिक हवन अनुष्ठान बालसंत श्रीछैल बिहारी जी महाराज एवं संत मनूजी महाराज के सानिध्य में रखा गया है।आज दूसरे दिवस की श्रीमद्भागवत कथा से पूर्व श्रीमद् भागवत पूजन और व्यास तिलक मनु जी महाराज एवं सीमा देवी पारीक के द्वारा करवाया गया। तत्पश्चात दूसरे दिवस की कथा वाचन करते हुए सृष्टि संरचना, महाभारत की अंतिम घटनाओं का वर्णन, राजा परीक्षित का जन्म, भगवान शंकर द्वारा माता पार्वती को भागवत कथा श्रवण कराने, का वर्णन कथा के मध्य सुक रूपी तोते के प्रसंग द्वारा सुखदेव का जन्म प्राकट्य, राजा परीक्षित को श्राप लगना, भक्ति ज्ञान वैराग्य के मोक्ष हेतू नारद द्वारा सनत्कुमारो से कथा करवाना,आदि विभिन्न प्रसंग बालसंत ने कथा के माध्यम से बताएं। बालसंत श्रीछैल विहारी जी महाराज ने बताया। कि भागवत कथा श्रवण ही नहीं अपितु जीवन में अंगीकार करना आवश्यक है। कलयुग में केवल भागवत एक ऐसा दिव्य ग्रंथ जिसके सुनने मात्र से ही जीव का कल्याण संभव है।कलयुग में सांसारिक जीवो के लिए आध्यात्मिक रसपान की सार्वजनिक प्याऊ है, श्रीमद् भागवत।समस्त पुराणों का तिलक और दिव्य शास्त्र श्रीमद् भागवत। संसारिक भव बंधन से पार लगाने वाला अनुपम ग्रंथ श्रीमद् भागवत। कलयुग में प्रत्येक प्राणी को एक बार भागवत अवश्य करनी चाहिए। और भागवत में दिए गए संस्कार सिद्धांतों को जीवन में अनुसरण करना चाहिए। उपरोक्त जानकारी संस्थान के नितेश आसदेव द्वारा दी गई। नवरात्रि पर्व अनुष्ठान एवं श्रीमद् भागवत कथा सेवा में नितेश आशदेव नंदिनी बबलू कुणाल नारायण पारीक सीमा पारीक अपनी सेवा दे रहे। कथा भवन प्रांगण में नित्य फूलों के श्रंगार सजावट का कार्य ख्वाइश फ्लावर एंड डेकोरेशन के सिकंदर अली द्वारा नित्य ताजा फूल मालाओं से सेवा रूप में किया जा रहा है।

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