बीकानेर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा शिक्षा विभाग के साझा प्रयास से बीकानेर को एनीमिया मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है। इस संदर्भ में स्वास्थ्य भवन सभागार में तीनों विभाग के अधिकारी व सुपरवाइजरी स्तर के कर्मचारी एक साथ एक मंच पर पहुंचे। सभी आयु वर्ग के लिए अलग-अलग स्ट्रेंथ में आईरन सप्लीमेंट दिया जाता है जो तीनों विभागों के समन्वय द्वारा ही अंतिम छोर तक पहुंच पाता है।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी परिवार कल्याण तथा कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ योगेंद्र तनेजा ने बताया कि बच्चों, किशोरों व महिलाओं में एनीमिया की समस्या पूरे राजस्थान में चिंतनीय विषय रहा है इसे लेकर राज्य सरकार द्वारा एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान चलाया गया है। इसी तर्ज पर जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल द्वारा अलग से एनीमिया मुक्त बीकानेर अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि 6 माह से 59 माह के बच्चे को प्रत्येक सप्ताह दो बार आईएफए सिरप दिया जाता है, 5 से 9 साल के बच्चों को हफ्ते में एक बार एक गुलाबी गोली, 10 से 19 साल के किशोरों को सप्ताह में एक बार आईएफए की नीली गोली तथा प्रजनन आयु वर्ग की महिलाओं को सप्ताह में एक लाल गोली तीनों विभागों के समन्वय से दी जाती है।
कार्यक्रम के दौरान आईईसी अनुभाग द्वारा एनीमिया मुक्त बीकानेर विषय पर तैयार स्टीकर का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर डॉ अनिल वर्मा, जिला आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य, यूपीएम एनयूएचएम नेहा शेखावत, एनजीओ एविडेंस एक्शन के सुनील स्वामी सहित प्रारंभिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग से अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, आईसीडीएस से सीडीपीओ व लेडी सुपरवाइजर मौजूद रहे।