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बीकानेर,खेतों में पानी के कारण हरियाली छाई है वहीं फसलों के को पानी देने के लिए बनाई गई डिग्गियां जानलेवा साबित हो रही है। पानी की डिग्गियां हर पखवाड़े एक-दो की जिंदगी लील रही है। पिछले एक पखवाड़े में बीकानेर जिले में चार जनों की डिग्गी में डूबने से मौत हो गई। वहीं संभागभर में मरने वालों का आंकड़ा 8 है। पिछले तीन दिन में अकेले बीकानेर में खेत में बनी पानी की डिग्गी में डूबने चार जनों की मौत हो चुकी है। चूरू में तीन जनों की मौत हुई है।

नापासर थाना क्षेत्र के मूंडसर गांव की रोगी में तीन दिन पहले पानी की बारी के दौरान बुस्टर चलाते समय पैर फिसने से दो सगे भाई धर्मेंद्र व देवीलाल डिग्गी में डूब गए, जिससे उनकी मौत हो गई।

बीछवाल थाना क्षेत्र के हुसंगसर के तीन एमजीएम स्थित खेत में बनी डिग्गी में नहाने उतरे पुखराज व देवकिसन की डूबने से मौत हो गई।

खेतों में बनी पानी की डिग्गियां में मौत होने की सबसे बड़ी वजह ग्रामीणों की लापरवाही है। डिग्गियों के निर्माण में खामियां रखी गई है। तय मापदंडों से डिग्गियां नहीं बनाई जा रही। डिग्गियों का तलघर पक्का नहीं होने से डिग्गी में गिरने पर वह दलदल में धंस जाता है, जिससे मौत हो जाती है।

खेत नें बनाई जाने वाली डिग्गी का तलघर पक्का हो।
डिग्गी के चारों तरफ चार से पांच फीट तक तारबंदी हो
डिग्गी में उतरने के सिए सीढ़ियां हो और एक जंजीर बनी हो।
डिग्गी के होने छोटो बच्चों व पशुओं के आवागमन पर रोक हो
डिग्गी के पास रोशनी की व्यवस्था हो

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