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बीकानेर,महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय अब बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने जा रहा है। इसके लिए गत दिनों एक उपक्रम के साथ एमओयू हो गया है और इस पर काम भी शुरू हो गया है।

आगामी एक-दो माह में ही हालांकि अभी जितनी बिजली की खपत विवि परिसर में हो रही है। उससे दुगुनी बिजली का उत्पादन होगा। इस लिहाज से अब विश्वविद्यालय बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन जाएगा। इस परिसर में बन रहे सौर ऊर्जा प्लांट विधानसभा में स्थापित प्लांट की तरह ही होगा। यह प्लांट दो तरह से काम आएगा। प्लांट की छतरी के नीचे वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था भी ग्राउंड है। अगर प्लांट स्थापित नहीं किया जाता तो पार्किंग के लिए लाखों रुपए खर्च कर छत बनानी पड़ती।

उत्पादन हो सकेगा। इस लिहाज से विवि परिसर में 400 किलो वाट का सोलर प्लाट स्थापित किया जाएगा। विश्वविद्यालय अपने परिसर में ही इलेक्ट्रोनिक्स इंसुमेटल लि. (रील) के पूर्व में विवि परिसर में सौ किलो वाट इस प्लांट के स्थापित होने से बिजली का सोलर ऊर्जा प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इस बिजली का उत्पादन कर सकेगा। मध्य एमओयू हुआ था। इस एमओयू के का सोलर प्लांट लगा हुआ है, लेकिन उत्पादन के साथ-साथ वाहन पार्किंग प्लांट से जितनी बिजली उत्पादित होगी। उसमें से इससे मांग के अनुसार बिजली नहीं

सौर ऊर्जा प्लाट को स्थापित करने के लिए करीब ढाई करोड़ रुपए की लागत गया है। प्लांट स्थापित करने के लिए 20 दिन पहले महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय तथा राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स इंस्ट्रुमेंटल लिमिटेड रेल के मध्य एमओयू हुआ था इस एमओयू के तहत प्लांट की कीमत तथा समय सीमा निर्धारित की गई है यह उपक्रम राज्य सरकार का है।

इस प्लांट के स्थापित होने के बाद प्रतिमा 50 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन हो सकेगा इसलिए आज से विश्वविद्यालय परिसर में 400 किलो वाट का सोलर प्लांट स्थापित किया जाएगा पूर्व में विश्वविद्यालय परिसर में 100 किलो वाट का सोलर प्लांट लगा हुआ है लेकिन इसमें मांग के अनुसार बिजली नहीं मिल रही इस प्लांट को स्थापित करने के लिए 12 सो में मॉड्यूलर सोलर लगेंगे एक मॉड्यूल में 320 किलो वाट बिजली का उत्पादन होगा विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव डॉ मिश्रा तथा इंजीनियर कुलदीप जैन ने बताया कि इस प्लांट के स्थापित होने की से बिजली उत्पादन के साथ-साथ वाहन पार्किंग का भी मसला हल हो जाएगा उन्होंने बताया कि विधानसभा परिसर में इसी तरह का प्लांट लगा हुआ है जहां पर वाहन पार्क किए जा रहे हैं जिस स्थान पर सोलर प्लांट स्थापित किया जाएगा उस परिसर को समतल करने का काम शुरू कर दिया गया है साथ ही मॉड्यूलर को भी तैयार किया गया है जा रहा है ताकि जून तक इसे शुरू किया जा सके।

विश्वविद्यालय परिसर में पूर्व में सौ किलोवाट का कोरिडोर बना हुआ था। अब चार सौ किलोवाट जितनी खपत विवि में होगी उसके अलावा शेष बिजली नेशनल ग्रिड को आपूर्ति की जाएगी। विवि में संचालित हो रहे विभिन्न विभागों में बिजली आपूर्ति के लिए प्लांट की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। प्रो. विनोदकुमार सिंह, कुलपति एमजीएसयू बीकानेर

 

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