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बीकानेर,गणगौर पर्व का राजस्थान में बहुत महत्व है और वर्षों वर्ष से यह पर्व बड़े ही गर्व के साथ मनाया जाता रहा है।बीकानेर में भी बीकानेर पूर्व राजपरिवार की अगुवाई में बीकानेर के मुख्य लोग गणगौर की सवारी में सम्मिलित होते है और सवारी जूनागढ़ से रवाना होकर चौतीना कुंआ, सार्दुलसिंह सर्किल पहुंचती है, जहां मातृ शक्ति गणगौर का पूरे विधि विधान के साथ पूजन करती है।

इस बार गणगौर की सवारी का कार्यक्रम और भी भव्य होने जा रहा है।
क्षत्रिय सभा के प्रवक्ता डूंगरसिंह तेहनदेसर ने बताया कि इस बार कार्यक्रम में श्री क्षत्रिय सभा, श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन, गौरव सेनानी एसोशिएशन सहित कई सामाजिक संगठन इस कार्यक्रम में शामिल होकर कार्यक्रम की भव्यता बढ़ाएंगे।
क्षत्रिय सभा के अध्यक्ष केपीसिंह सिसोदिया के मुताबिक गणगौर सवारी जूनागढ़ से 05 अप्रैल 2022 को शाम 05:30 पर रवाना होकर राव बीकाजी एवं महाराजा गंगासिंह जी मूर्ति के आगे से होती हुई सार्दुलसिंह सर्किल चौतीना कुंआ पहुंचेगी।
श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन के नवीनसिंह भवाद एवं विजयसिंह खारा ने बताया कि गणगौर की भव्य सवारी में सम्मिलित होने के लिए केशरिया साफा एवं काली पेंट, सफेद कमीज या बुजुर्ग लोगों के लिए सफेद धोती कुर्ता, महिलाओं के लिए केशरिया साड़ी या केशरिया चुनरी ओढ़ने का अनुरोध किया गया है।
गणगौर भव्य सवारी की तैयारी स्वरूप क्षत्रिय सभा संरक्षक बजरंगसिंह रॉयल, ईश्वरसिंह चनाणा, प्रदीपसिंह चौहान, रणबीर सिंह नोखड़ा, पूर्व प्रधान जयवीरसिंह भाटी, जितेन्द्रसिंह राजियासर, गोवर्द्धन सिंह लोहारकी, नरेन्द्रसिंह गाजूसर, विक्रमसिंह बीका, जुगलसिंह बेलासर, विजेन्द्रसिंह गीगासर, रूपेन्द्रसिंह कक्कू, गजेन्द्रसिंह लुँछ, गिरधारी सिंह खिंदासर, हेमसिंह मोकलसर, जालमसिंह मरुधर, डॉ जितेन्द्रसिंह शेखावत, मनोहरसिंह सियाणा, जयसिंह हाड़ला, युद्धवीरसिंह रावलोत, ठाकुर युवराजसिंह भाटी, राजा किशनराज सिंह, महेंद्रसिंह हरियासर, मोहनसिंह नाल, राजेन्द्रसिंह किलचु, जगमालसिंह पायली, पूर्व तहसीलदार अमरसिंह हाड़ला, कर्नल हेमसिंह मंड्रेला सहित कई मुख्य लोगों को अलग अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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