बीकानेर,आमतौर पर पत्रकार व फोटो जर्नलिस्ट अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए लेखनी व फोटोग्राफ के जरिये जनता की आवाज को बुलंद करते है। जिसकी सोशल मीडिया पर अनेक बार तारीफ भी होती है। लेकिन राज्य के सदन में किसी मुद्दे को उठाने के लिये एक साथ तीन से चार विधायकों द्वारा बीकानेर के पत्रकार व फोटो जर्नलिस्ट के कार्यों की सराहना करना कही न कही बीकानेर के लिये गौरव की बात है। इंदिरा गांधी नहर व गंगनहर पर हुई चर्चा के दौरान बीकानेर के युवा पत्रकार लोकेन्द्र सिंह तोमर साथी मनीष पारीक की नहर यात्रा छाई रही। इस दौरान न केवल बीकानेर के दो विधायकों बल्कि उपनेता राजेन्द्र सिंह राठौड व एक अन्य विधायक ने भी लोकेन्द्र सिंह की नहर यात्रा के दौरान प्राथमिकता से कमियों व संभावनाओं को उजागर करने वाली स्टोरी को सराहा गया। नोखा विधायक बिहारी लाल विश्नोई ने अपने भाषण के दौरान कहा कि लोकेन्द्र सिंह और मनीष पारीक ने एक लंबी यात्रा करके एक एक बिन्दु को बड़े बारिकियों से छापा। जिसकी वजह से राजस्थान सरकार ने पंजाब से अपने हक की लड़ाई को ओर तेज किया और उसके परिणाम भी आएं। वहीं लूणकरणसर विधायक सुमित गोदारा ने कहा कि लोकेन्द्र सिंह व मनीष पारीक 600 किमी की नहर यात्रा निकाली। यह यात्रा के दौरान इंदिरा गांधी नहर व गंगनहर को लेकर राजस्थान के कमजोर पक्ष को न केवल उजागर किया बल्कि किस तरह इन नहरों को बचाया जा सकता है,उनकी संभावनाओं को भी प्राथमिकता से प्रकाशित कर राज्य सरकार का ध्यानाकर्षण किया। जिसके लिये वे धन्यवाद के पात्र है। उन्होंने अपने पत्रकारिता के धर्म को निभाया।
छाया रहा पंजाब की फैक्ट्रियों का पानी छोडऩे का मुद्दा
पंजाब की फैक्ट्रियों का पानी छोडऩे का मुद्दा सोमवार को सदन में गूंजा। निर्दलीय विधायक राजकुमार गौड़ के सवाल के जवाब में जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कहा कि इंदिरा गांधी नहर में पंजाब से गंदा और जहरीला पानी छोड़ा जाना हम सबकी चिंता का विषय है। जल्द ही अफसरों की टीम के साथ पंजाब सरकार के साथ बैठक करेंगे और इस समस्या का निराकरण करवाएंगे।
विधानसभा में इंदिरा गांधी नहर क्षेत्र में पानी की चोरी, जर्जर नहरों और पानी का सही तरीके से बटवारा नहीं होने के मुद्दे पर विपक्षी विधायक सरकार को घेर रहे हैं। आज विधानसभा के बजट सत्र का आखिरी दिन है इसलिए सबसे ज्यादा 7 ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर सदन में चर्चा होगी। मंत्री जवाब देंगे। इंदिरा गांधी नहर पर बहस के बाद शाम को विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी जाएगी।
राजस्थान की लंबे समय से यह मांग रही है कि समझौते के मुताबिक नहरों में उसे पूरा पानी दिया जाए, लेकिन कमजोर नहरी तंत्र और पंजाब की स्थानीय राजनीति के कारण कभी पूरा पानी नहीं मिल पाया। हमारे हिस्से का पूरा पानी नहीं मिलने की वजह से इंदिरा गांधी नहर क्षेत्र में अंतिम छोर के किसानों को सिंचाई का बहुत कम पानी मिलता है। गंगानगर और हनुमानगढ के फ्रंट वाले किसानों को तो पानी मिल जाता है लेकिन बीकानेर, जैसलमेर क्षेत्र तक पानी नहीं मिल पाता।