बीकानेर,जिले में डोडा, पोस्त और अफीम का नशा जमकर हो रहा है। न सिर्फ बीकानेर शहर में बल्कि जिले के दूरदराज के गांवों में नशे का ये व्यापार बढ़ता ही जा रहा है। हर तहसील के सभी गांवों में डोडा, पोस्त और अफीम की नशाखोरी के साथ तस्करी करने वाले युवाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। पिछले तीन दिन में ही बीकानेर में पचास किलो से ज्यादा नशे का ये सामान बरामद किया गया है।पुलिस अधीक्षक योगेश यादव के आदेश पर पिछले कुछ दिन से सभी थानेदारों को नशाखोरी के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। इसके बाद धरपकड़ का ऐसा दौर शुरू हुआ है कि रुक ही नहीं रहा। 24 मार्च को एक साथ 47 किलो से ज्यादा डोडा बरामद किया गया। पांचू, नापासर, दंतौर, जामसर, लूणकरनसर, नोखा, डूंगरगढ़, खाजूवाला, बज्जू सहित ऐसा कोई छोटा या बड़ा कस्बा नहीं है। जहां नशे का ये सामान नहीं बिक रहा हो। नापासर में दो किलो डोडा पोस्त, दंतौर में 315 ग्राम अफीम, जामसर में इतना ही डोडा बरामद हुआ है। इस दौरान कुछ युवकों को गिरफ्तार भी किया गया।लूणकरनसर पुलिस ने भी कुछ युवकों को राउंडअप किया। उम्मीद की जा रही थी कि नशे का सामान बेचने वाले कुछ युवकों को यहां सभी गिरफ्तार किया जाएगा लेकिन देर रात तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। बताया जा रहा है कि यहां बाजार से ही पांच युवकों से पूछताछ की गई थी।
कहां से आ रहा है नशा
बीकानेर में हर महीने डोडा, पोस्त, अफीम के अलावा स्मेक, एमडी जेसे नशे आ रहे हैं। एमडी जैसा खर्चिला नशा बीकानेर के नोखा में होता है। यहां तक कि इस नशे का व्यापार करने वाले किशोर युवक है। इनकी गिरफ्तारी भी हुई लेकिन इसके बाद भी ये धंधा जारी है। नोखा पुलिस अब तक तीन युवकों को एमडी बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है।