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जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम को टक्कर देते हुए बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह युनिवर्सिटी में भव्य ऑडिटोरियम का निर्माण हो गया है तो इसके साथ ही इंटरनेशनल मानदंडों वाला इंडोर स्टेडियम भी जल्द ही आम खिलाड़ियों के लिए खुल जाएगा। साइकिल वेलोड्रम भी इसी युनिवर्सिटी केंपस में आकार ले रहा है। करीब पचास करोड़ रुपए की लागत से बने ये तीनों बड़े केंद्र अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के थों उद्घाटन का इंतजार कर रहे हैं।

स्थापना के 18 साल बाद बीकानेर का महाराजा गंगासिंह युनिवर्सिटी का इंफ्रास्ट्रक्चर नजर आ रहा है। अगले पचास सालों को ध्यान में रखते हुए युनिवर्सिटी परिसर में निर्माण कार्य हो रहे हैं। इंटरनेशनल लेवल के साइक्लिस्ट देने वाले बीकानेर में अब यहां के खिलाड़ियों का नया साइकिल वेलोड्रम बनकर तैयार है। मजे की बात है कि राज्य सरकार जिस वेलोड्रम को बनाने से पिछले तीस साल से आनाकानी कर रही है, उसे इस युनिवर्सिटी में इंटरनेशनल मानदंडों के आधार पर बना दिया।

जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम की तर्ज पर इसी केंपस में ऑडिटोरियम का निर्माण हो चुका है। इस ऑडिटोरियम में एक साथ एक हजार लोग बैठ सकते हैं। इस ऑडिटोरिय में फिल्म का लुत्फ उठाया जा सकता है तो नेशनल-इंटरनेशनल लेवल के सिंपोजियम, सेमिनार, वर्कशॉप का आयोजन भी यहां हो सकता है। ऑडिटोरियम में लग्जरी सीट्स के साथ ही हाईटेक साउंड व इफेक्ट सिस्टम लगाए गए हैं। ये सभी सिस्टम कम्प्यूटराइज्ड है।

दावा किया जा रहा है कि इस युनिवर्सिटी में बना इंडोर स्टेडियम समूचे राजस्थान में श्रेष्ठ है। एक ही समय में यहां दर्जनभर से ज्यादा टेबल टेनिस कोर्ट बन सकते हैं तो छह बेडमिंटन कोर्ट बन सकते हैं। सभी तरह के इंडोर गेम्स यहां एक साथ हो सकते हैं। यहां भी लाइट्स की हाइटेक व्यवस्था की गई है जो अब तक बीकानेर में नहीं दिखाई दी। एक बटन पर पूरा ग्राउंड दुधिया रोशनी में नहा लेता है। इस इंडोर स्टेडियम में एक साथ हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स एकत्र हो सकते हैं। पवेलियन की व्यवस्था भी अलग से की गई है।

युनिवर्सिटी के डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. बिट्ठल बिस्सा ने कहा कि इन तीनों प्रोजेक्ट से बीकानेर को नई पहचान मिलेगी। जो शहर अब तक यहां के भुजिया और रसगुल्ला के लिए फेमस था, वो अब यहां के युनिवर्सिटी से पहचाना जाएगा। विश्वविद्यालय के संपदा अधिकारी कुलदीप जैन कहते हैं कि इन प्रोजेक्ट को पूरा करने में काफी समय लगा है लेकिन अब संतुष्टि है कि बीकानेर शहर को बड़ी सौगात मिलेगी और शहर के लोगों को एक्सपोजर भी मिलेगा।

इंडोर स्टेडियम, साइकिलिंग ट्रैक और ऑडिटोरियम की कुल निर्माण लागत 45 करोड़ रुपए आई है और अब पूरा काम अंतिम चरण में है. दरअसल बीकानेर में साइकिलिंग को लेकर खिलाड़ियों में खासा क्रेज है और प्रतियोगिताओं में बीकानेर के खिलाड़ी साइकिलिंग में अपना दबदबा दिखा चुके हैं। विश्वविद्यालय में शैक्षणिक विकास के साथ ही अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी आयोजन की गतिविधियां संचालित नहीं हो पा रही थीं और इसके लिए सबसे बड़ी कमी ऑडिटोरियम की ही महसूस की जा रही थी।

संभवत राजस्थान में किसी भी युनिवर्सिटी के पास ऐसा इंडोर स्टेडियम नहीं है क्योंकि यह महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में बनकर तैयार हुआ है. हालांकि इन तीनों ही प्रोजेक्ट का काम अब अंतिम चरण में है और अब टेस्टिंग और ट्रायल ही लिया जा रहा है. इस इंडस्ट्री में 10,000 लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था है. इसके अलावा एक साथ पांच मैच अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप एक ही समय में आयोजित किया जा सकते हैं और इसमें तकरीबन 3000 से ज्यादा दर्शक बैठ सकते हैं।

दरअसल किसी भी शहर की कनेक्टिविटी की बड़ी समस्या होने से कई बार आयोजन नहीं हो पाते हैं. बीकानेर में एयर कनेक्टिविटी की समस्या अब नहीं है और महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय से एयरपोर्ट की दूरी महज आठ से 9 किलोमीटर है.

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