
बीकानेर, भारतीय रेलवे ने ब्रिटिश जमाने की परंपरा को खत्म करना शुरू कर दिया है। रेल गाड़ियों में गार्ड बाक्स अब अतीत का हिस्सा बन जाएंगे। इससे जहां गार्ड को अपने और ट्रेन चलाने की जरूरत के सामान ढोना पड़ेगा। इसके विरोध में आल इंडिया गार्ड काउंसिल ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उत्तर पश्चिम रेलवे में कार्यरत रेलवे गार्ड ने डीआरएम कार्यालय के आगे नारेबाजी कर धरना पर बैठे।आल इंडिया गार्ड काउंसिल के संभाग सचिव अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि देशभर के सभी डीआरएम कार्यालयों में बाक्स हटाने के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। उनका कहना है कि बाक्स हटाने से रेलवे के गार्ड को 25-30 किलो का सामान अपने कंधे पर ढोना पड़ेगा। रेल परिचालन से जुड़े जो सामान गार्ड को साथ रखने पड़ते हैं, उन्हें ढोने के साथ ही अपना सामान भी ले जाना होगा। इससे लगभग 40 किलो सामान लेकर गार्ड और रेल चालक को दो किलोमीटर पैदल चलकर इंजन और गार्ड ब्रेक तक जाना होगा। बाक्स हटाने के बहाने हजारों पोर्टर की नौकरी समाप्त करने की तैयारी की जा रही है।