बीकानेर,खेल में खिलाड़ी के मन में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। गलाकाट प्रतिस्पर्धा से ईर्ष्या का भाव उत्पन्न होता है। अतः खेल को खेल की भावना से ही खेलना चाहिए।
यह उद्गार डॉ. आशा खत्री, सहायक आचार्य, वाणिज्य विभाग, राजकीय मांगीलाल बागड़ी स्नातकोत्तर कॉलेज, नोखा ने वनशाला शिविर में आयोजित विभिन्न प्रकार की शारीरिक प्रतियोगिता के दौरान साझा की। इस अवसर पर डॉ. चंपा मौर्य, सहायक आचार्य, वाणिज्य विभाग, राजकीय मांगीलाल बागड़ी स्नातकोत्तर कॉलेज, नोखा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेंद्र कुमार श्रीमाली ने बताया कि मटका दौड़ प्रतियोगिता में ममता मीणा प्रथम, अनीता एवं शकुंतला द्वितीय तथा बेबी बिश्नोई ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
बोरी कूद प्रतियोगिता में संपत्ति प्रजापत प्रथम, प्रियंका मीणा द्वितीय एवं दीपाली सोनगरा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। साफा बांध प्रतियोगिता में गरिमा स्वामी प्रथम, ममता मीणा द्वितीय एवं रक्षिता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। रूम साज सज्जा प्रतियोगिता में हरियाणवी ग्रुप प्रथम, राजस्थानी ग्रुप द्वितीय, पंजाबी ग्रुप तृतीय तथा गुजराती ग्रुप ने सांत्वना स्थान प्राप्त किया।
रंगोली प्रतियोगिता में राजस्थानी एवं पंजाबी समूह संयुक्त रूप से प्रथम, हरियाणवी समूह द्वितीय तथा गुजराती समय तृतीय स्थान पर रहे।
शिविर प्रभारी भवानी सिंह पंवार ने बताया कि निर्णायक भूमिका में डॉ. आशा खत्री, डॉ. चंपा मौर्य तथा श्रीमती उषा जोशी रहीं।
कार्यक्रम में संस्था के निदेशक प्रो एम. एल. मांडोत, संस्थाध्यक्ष ईश्वर चंद बैद, व्याख्यातागण डॉ. मनीषा श्रीमाली, वरिष्ठ व्याख्याता तरुण चौधरी, बलराम कुलड़िया, उषा जोशी, चंद्रकला सोलंकी, संदीप भाटी, जितेंद्र श्रीमाली, देवेंद्र छिंपा, बरकत अली, एवं भंवर सिंह आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जयकरण सिंह चारण ने किया।