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जयपुर के समाजसेवी रवि शंकर धाभाई ने बताया कि अपने चहेतों राजनीतिक लोगों को रेवड़ी की तरह मंत्री का दर्जा बांटने वाली राजस्थान सरकार ने नेशनल यूथ अवार्डी गिर्राज रैगर को नहीं दी वे सामान्य सुविधाएं जो उनका हक था काफी लंबे अरसे से राजस्थान सरकार के द्वारा रोजगार की घोषणा एवम अन्य सुविधाओं के मिलने की आशा थी उन्हे । अपमान और जहर के घूंट पीकर देह त्याग गए गिर्राज भाई.

बहुत दुखद समाचार भाई गिरिराज जी (भारत सरकार के राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित) का हमारे बीच से इस प्रकार चले जाना राजस्थान सरकार के लिए कई सवाल खड़े कर गया है। समाज सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा प्रदान सर्वोच्च सम्मान प्राप्त व्यक्ति के हमारे बीच से इस प्रकार चले जाना हमारी सरकार की संवेदन हीनता को दर्शाता है, । गिरीराज बहुत मजबूत और संघर्षशील व्यक्ति थे लेकिन हालात ने उन्हें विवश कर दिया ।
लेकिन उनका इस प्रकार हमारे बीच से चले जाना सम्मान देने वालों ओर हमारी सरकार के लिए कई सारे सवाल खड़े कर गया है।
यदि उनको सरकार द्वारा रोजगार उपलब्ध करवा दिया जाता तो आज वो हमारे बीच से नही जाते और अपने परिवार के साथ अपना जीवन यापन कर रहे होते साथ ही अपने अनुभव से समाज के लिए भी अपनी सेवाएं प्रदान करते रहते। किसी भी परिवार के मुखिया का असमय जाना क्या होता है । यह उसके परिजन ही जानते है।
अतः इस दुखद समय में मेरा विनम्र आग्रह है कि सरकार को सभी अवॉर्डी को तुरंत प्रभाव से उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार, उनके अनुभव के अनुसार आयोगों और बोर्डों में नियुक्ति और सहयोग लिया जा सकता है। ताकि इस प्रकार की स्थितियों की हमारे प्रदेश में पुनरावृत्ति नहीं हो ….. सरकार ने कल ही अपनी बजट घोषणा में सभी खेल सम्मान प्राप्त खिलाड़ियों को पेंशन की घोषणा की हैं, क्या हमारे अवॉर्डी के लिए ऐसी स्थिति नही बनाई जा सकती हैं।

राजस्थान प्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता रवि शंकर धाभाई ने एक बार पुनः अशोक गहलोत मुख्यमंत्री महोदय से अपील एवम निवेदन है कि राजस्थान के सामाजिक कार्यकर्ता एवं राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्राप्त प्रतिनिधियों एवं संस्थाओं को राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, रोजगार एवं ब्रांड एंबेसडर के रूप में जोड़कर उन्हें सामाजिक सेवा के कार्यों से निरंतर अग्रसर आगे करने का योजना में शामिल करे।
इन पर घोर फरमाकर समाधान कर अवॉर्डी को उनका हक दिलाने में सहयोग करें अन्यथा भगवान ऐसा नही कर लेकिन कही ऐसा ना हो कि आज गिरिराज और कल कुछ ओर……
यदि हम भाई गिरिराज को सच्ची श्रद्धांजलि देना चाहते हैं तो राज्य सरकार से उनके परिवार को आर्थिक सहायता और किसी एक परिजन को सरकारी नौकरी दिलाने में सहयोग करें ताकि परिवार का गुजर बसर सम्मान जनक तरीके से हो से ।

इस दुःख की घड़ी में परमपिता परमात्म से प्रार्थना है कि परिजनो को इस वज्रपात को सहन करने की शक्ति प्रदान करे और भाई गिरिराज को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करे , ॐ शान्ति शान्ति शान्ति ……
*रवि शंकर धाभाई*
*सामाजिक कार्यकर्ता जयपुर*
🙏💐🙏

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