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बीकानेर,अब कोई भी व्यक्ति इंटरनेट के जरिए आपत्तिजनक कंटेंट, वीडियो और फोटो को अपलोड कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करता है तो उसके खिलाफ पुलिस कड़ा एक्शन लेने वाली है। निरंतर आपत्तिजनक वीडियो को वायरल करने वालों के घर जाकर पुलिस पहले समझाने का प्रयास करेगी। परिवार के सदस्यों को बताएगी। वह व्यक्ति नेट के जरिए क्या सर्च कर रहा हैं। अगर उसके बाद भी कोई दोबारा से गलती करेगा तो उसके खिलाफ साइबर एक्ट में मामला दर्ज किया जाएगा।

डीजीपी एमएल लाठर ने एक रिसर्च का हवाला देते हुए बताया कि यूज ऑफ इंटरनेट पिछले दो साल में बहुत बढ़ा है। रिसर्च के अनुसार हर व्यक्ति 6 घंटे 36 मिनट इंटरनेट पर बिता रहा है। चौकानें वाली बात यह भी है कि गूगल सर्च में टॉप 20 की-वर्डस जो हैं, वह अश्लील कंटेट को सर्च करने के लिए पाए गयेएहैं। इसलिए यह एक बहुत बड़ी समस्या है। जो आने वाले दिनों में हर परिवार के सामने आने वाली है। अगर इस समय को कंट्रोल नहीं किया गया तो अंजाम बहुत बुरे आएंगे। साथ ही वेब शो का चलन दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। वेब शो में हिंसा और अश्लीलता बिना रोक टोक के परोसी जा रही है। इस पर भी रोक लगनी चाहिए। टीमें इस पर भी काम कर रही हैं।

साइबर टीमों ने निगरानी रखना शुरू कर दिया
डीजीपी एमएल लाठर ने इस विषय को लेकर एडीजी जीआरपी संजय अग्रवाल को इस की जिम्मेदारी दी है। बच्चों से संबंधित कंटेंट को प्राथमिकता दी जाने वाली है। एक रिसर्च के अनुसार इंटरनेट से नाबालिग से संबंधित कंटेंट को डाउनलोड कर बड़ी संख्या में देखा और वायरल किया जा रहा है। पुलिस ने इस तरह का अपराध कर रहे लोगों पर पहले कार्रवाई का मानस बनाया है।

साइबर डोम के जरिए निगरानी रखने काम शुरू कर दिया गया है। पुलिस मुख्यालय पर इस के लिए विशेष टीमों का गठन कर दिया गया हैं। जो जल्द ही अपना काम करना शुरू करने वाली है।

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