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बीकानेर,अजमेर देवस्थान विभाग के अधीनस्थ मंदिरों में श्रद्धालु क्यूआर कोड स्केन कर सीधे ऑनलाइन दान कर सकेंगे। पारंपरिक दान पात्र या पेटी व्यवस्था के साथ विभाग ने डिजिटल पेमेंट सुविधा भी शुरू की है। इससे जहां विभाग के खाते में सीधे दान राशि पहुंचेगी वहीं हिसाब-किताब में पारदर्शिता रहेगी।

क्विक रेस्पॉस कोड जारी

देवस्थान विभाग की मंत्री शकुंतला रावत ने प्रदेश स्तरीय अधिकारियों की बैठक में ऑनलाइन डोनेशन के लिए क्यू आर कोड जारी किया है।बारकोड का उपयोग सभी राजकीय मंदिरों में दान-पात्रों के साथ किया जाएगा। कोई भी श्रद्धालु बिना कैश उपयोग किए विभाग के बैंक खाते में अपनी दान की राशि भेज सकेंगे। ऑनलाइन शॉपिंग की तर्ज पर क्यूआर कोड स्कैन कर देवस्थान विभाग के मंदिरों में भी दान ऑनलाइन किया जा सकेगा। श्रद्धालुओं को केवल दानपात्र या मंदिर की दीवार पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर वांछित राशि अंकित कर बटन दबाना होगा। जिसके जरिए दान राशि सीधे देवस्थान विभाग के पीडी बैंक खाते जमा हो जाएगी।

अजमेर संभाग में देवस्थान विभाग के नियंत्रण में 22 मंदिर हैं। इनमें टोंक व भीलवाड़ा में सर्वाधिक हैं। अजमेर जिले में किशनगढ़ में मदन मोहन मंदिर व रलावता में गोकुल चंद्रमा मंदिर में यह व्यवस्था शुरू की जाएगी। बड़े धार्मिक आयोजनों में भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी। गौरव सोनी, सहायक आयुक्त, देवस्थान विभाग, अजमेर संभाग

सफल रहा भागवत कथा में ट्रायल

जयपुर में जलमहल के सामने विभाग द्वारा करवाई जा रही विशाल भागवत कथा स्थल पर इसका प्रयोग सफल रहा। इस प्रकार के धार्मिक आयोजन राज्य में अन्य स्थानों पर भी करवाए जाएंगे। इसके लिए राज्य के अन्य अधिकारियों को जयपुर में कथा प्रबंधन व्यवस्था आदि समझने के लिए ड्यूटी भी लगाई गई है।

 

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