बीकानेर अब स्मार्ट सिटी की ओर बढ़ रहा है। केईएम रोड पर वन-वे करने के बाद व्यापारियों के विरोध ने प्रशासन को एक नई युक्ति दो। इस एक आइडिया से तीन काम बन जाएंगे। दरअसल प्रशासन अब केईएम रोड पर फ्री ई-रिक्शा चलाने जा रहा है। ये उन लोगों के लिए होगा जो बाजार में खरीदारी करने आएंगे और पार्किंग स्टैंड पर अपने वाहन खड़ा करेंगे। फिलहाल रतनबिहारी पार्क स्थित पार्किंग स्टैंड से इसी हफ्ते ये व्यवस्था शुरू हो जाएगी। प्रयोग सफल रहा तो बाकी के तीन पार्किंग स्थल पर भी इसे लागू किया जाएगा।
इसके तीन फायदे ऐसे होंगे ग्राहकों को दुकान तक पहुंचने में पैदल नहीं चलना होगा, व्यापारी ग्राहकी के नाम पर नई व्यवस्था खत्म नहीं करा पाएंगे और एनजीटी के आदेश पर शहर के बाजार में ई-रिक्शा का चलन शुरू हो जाएगा। बाजार में ट्रैफिक का नया सिस्टम डेवलप होने के बाद उसे स्थाई रूप से बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन यह प्रयोग करने जा रहा है। ई-रिक्शा खरीदारी के बाद वापस उन्हें दुकान से पिक भी करेगा और पार्किंग पर उतारेगा। इस भीषण गर्मी में ग्राहकों को खरीदारी करना सुविधाजनक रहेगा। व्यापारियों को भी इस व्यवस्था से राहत मिलेगी। क्योंकि ग्राहक उनकी दुकान तक पहुंचने लगेंगे।
बाजार में वाहनों का प्रदूषण सबसे ज्यादा होता है। 15 से 30 साल पुरानी डीजल की टैक्सियां आज भी चल रही हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार इन टैक्सियों से निकलने वाला धुंआ हानिकारक होता है। ई रिक्शा चलने से प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी। ई रिक्शा एनजीटी की गाइड लाइन के तहत उठाया गया कदम है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को देखते हुए शहर के लिए यह जरूरी समझा जा रहा है। प्रशासन ऐसी स्कीम भी लाने की तैयारी में है, जिससे डोजल के पुराने ऑटो को ई रिक्शा से रिप्लेस किया जा सके।
बाजार में ट्रैफिक का सिस्टम डेवलप करने के लिए संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन ने कलेक्टर से ई रिक्शा चलाने पर चर्चा की। इसके बाद एक डीलर से बात की है। जनता की सुविधा के लिए उन्हें निशुल्क ई रिक्शा देने के लिए प्रोत्साहित किया है। कमिश्नर ने बताया दो-तीन दिन में ई रिक्शा की सप्लाई आ जाएगी।
प्रयोग के तौर पर पहले केईएम रोड पर एक रिक्शा चलाया जाएगा। इसके लिए नगर निगम या यूआईटी से ड्राइवर की व्यवस्था से की जाएगी। बाजार में ग्राहकी के समय को देखते हुए टाइम भी तय किया जाएगा। केईएम रोड से कोटगेट, सट्टा बाजार और स्टेशन रोड कनेक्टेड होने के कारण पहले चरण में रतन बिहारी पार्क को ही ई रिक्शा का स्टैंड बनाया जाएगा।
प्रायोगिक तौर पर दो सप्ताह के लिए यह व्यवस्था निशुल्क रहेगी। उसके रिजल्ट देखने के बाद आगे की योजना पर काम होगा। ई रिक्शा का लाभ बाजार में खरीदारी के लिए आने वाली महिलाओं और बुजुर्गों को मिल सकेगा। वन वे और पार्किंग सिस्टम के अच्छे रिजल्ट मिले हैं। हमारी मंशा है कि इसे हमेशा के लिए व्यवहार में लाया जाए। ताकि व्यापारियों को भी परेशानी ना हो। भगवती प्रसाद कलाल,कलेक्टर