बीकानेर के लूणकरनसर में स्थित बामनवाली गांव में शुक्रवार को होली का रंग फीका हो गया। इस गांव के दो दोस्त कार में गांव की ओर आ रहे थे कि रास्ते में सब्जी से भरे ट्रक से टक्कर हो गई। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। शुक्रवार दोपहर ही इनका अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें पूरा गांव उमड़ पड़ा।
दरअसल, बामनवाली गांव के रहने वाले रामस्वरूप और कन्हैयालाल सारस्वत गज्जेवाला गांव की ओर गए थे। वहां से ये लोग वापस लौट रहे थे कि रास्ते में एक ट्रक से टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि कार में सवार दोनों दोस्तों की मौत हो गई। रामस्वरूप और कन्हैयालाल को अस्पताल भी ले जाया गया, लेकिन तब तक दोनों ने दम तोड़ दिया था। घटना गुरुवार देर रात की है लेकिन होलिका दहन के कारण गांव में किसी को सूचना नहीं दी गई। देर रात दोनों के शव गांव पहुंचे और शुक्रवार सुबह इनका अंतिम संस्कार किया गया। जामसर पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करके ट्रक जब्त किया है।
दोस्त भी थे और भाई भी
महज तीस-पैंतीस साल के युवक मित्र होने के साथ ही रिश्ते में भाई भी थे। दोनों का परिवार एक है। रामस्वरूप बामनवाली गांव में ही परचून की दुकान करता था जबकि कन्हैयालाल आयुर्वेद विभाग में नौकरी करता था। करीब दस साल पहले ही उसके पिता की मौत हो गई, तब आयुर्वेद विभाग में उसे अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। शुक्रवार को दोनों परिवारों में गम का माहौल रहा। गांव के अधिकांश हिस्सों में होली नहीं खेली गई।