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बीकानेर,नगर निगम और पीएचईडी के अधिकारियों की अनदेखी आमजन पर भारी पड़ रही है। यहां फोर्ट डिस्पेंसरी के पास पिछले एक माह से पीएचईडी की पाइप लाइन टूटी हुई है। इसमें सीवरेज का गंदा पानी मिक्स होकर लोगों के घरों तक पहुंच रहा है। नगर निगम और पीएचईडी के अधिकारियों ने एक माह पहले समस्या का समाधान करने की बजाय गहरा गढ्डा खोदकर चारों तरफ लकड़ी की बल्लियां लगा दी।

इस दौरान लोगों ने जब घरों में पीने का गंदा पानी आने की शिकायत की तो बारी-बारी से निगम और पीएचईडी के अधिकारी मौका देखने पहुंचे। लेकिन समस्या का समाधान करने की बजाय एक बार फिर अधिकारियों ने आंखें फेर ली। पीएचईडी की पाइप लाइन में सीवरेज का गंदा पानी मिक्स होने से महंतजी का डेरा, धोबीधोरा क्षेत्र के करीब दो सौ परिवार सबसे ज्यादा परेशान है।

उनकी परेशानी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर चौथे घर में पेट दर्द और उल्टी दस्त की शिकायत वाले मरीज मिल जाएंगे। दैनिक भास्कर ने इस पूरे मामले की पड़ताल की तो सामने आया कि फोर्ट डिस्पेंसरी के पास पिछले एक माह से सीवरेज का गंदा पानी ओवरफ्लो हो रहा है। बुधवार को भी निगम की मशीनों से सीवरेज चेंबर में भरे गंदे पानी को खींचा गया, लेकिन स्थाई समाधान नहीं किया।

इसी एरिया में पीएचईडी की पाइप लाइन भी है, जो पिछले एक महीने से टूटी होने से उसका पानी भी लीकेज हो रहा है। हैरानी की बात यह है कि पीएचईडी के अधिकारी निगम का दोष बता रहे हैं, वहीं निगम के अधिकारी पीएचईडी की पाइप लाइन टूटी होने का बोल रहे हैं। दो विभागों की आंख मिचौली से परेशान अब स्थानीय लोग अधिकारियों पर गुस्सा उतारने लगे हैं।

रामपुरा बस्ती में पुरानी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से परेशानी
रामपुरा बस्ती के लोग भी गंदा पेयजल पीने को मजबूर है। पार्षद जितेंद्र भाटी ने बताया कि गली नंबर 11 से 13 तथा 2 नंबर में पीने के पानी की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त है। इस संबंध में पीएचईडी के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं निकल रहा। उन्होंने बताया कि पीएचईडी की पाइप लाइनें वर्षों पुरानी हो चुकी है। सात-आठ फीट नीचे होने के कारण उनकी लीकेज भी दूर करने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पीएचईडी की पाइप लाइन लीकेज है। विभाग के अधिकारियों को साथ लेकर समस्या का स्थाई समाधान निकाला जाएगा। स्थानीय लोगों ने पीने के पानी में सीवरेज का गंदा पानी मिक्स होने की बात कही है। ऐसे में सीवरेज के बार-बार जाम होने की समस्या का भी स्थाई समाधान निकाला जाएगा। जल्द ही स्थानीय लोगों की समस्या का समाधान होगा। – पंकज शर्मा, निगम आयुक्त बीकानेर
मौके पर अधिकारियों को भेजकर एक बार फिर निरीक्षण करवा लिया जाएगा। लोगों के घरों में स्वच्छ पानी की आपूर्ति हो इसके लिए विभाग प्रयासरत है। अगर पीएचईडी की पाइप लाइन टूटी हुई मिली तो उसे ठीक करवाया जाएगा, लेकिन निगम की गलती सामने आई तो उनके अधिकारियों को इस बारे में अवगत करवाया जाएगा। दोनों महकमों के सामंजस्य से आमजन को जल्द राहत दी जाएगी। – अजय शर्मा, जोनल चीफ इंजीनियर, पीएचईडी, बीकानेर
फोर्ट डिस्पेंसरी के सामने खुदी पड़ी है सीवर लाइन, इसमें से निकल रही पेयजल की लाइन क्षतिग्रस्त

केस-1. महंतजी डेरे में रहने वाली इंदिरा देवी पिछले चार-पांच दिन से बीमार है। वे कहती है पाइप लाइन से इतना गंदा पानी आता है जिसे पीने से घर के सभी सदस्य बारी-बारी से बीमार पड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि पानी इस कदर गंदा आ रहा है कि उससे कपड़े भी नहीं धोए जा सकते। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के महेन्द्र सिंह, भंवरी देवी, विजय लक्ष्मी, रविन्द्र सिंह तथा विरेंद्र पांडे भी गंदा पानी पीने से बीमार हो चुके हैं।

केस-2. क्षेत्र के विनोद पांडे ने बताया कि नगर निगम और पीएचईडी के अधिकारियों को पिछले एक माह से गंदे पेयजल की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन दोनों विभाग एक दूसरे का काम बताते हुए समस्या से पल्ला झाड़ रहे हैं। स्थानीय लोग बीमार पड़ रहे हैं। वे पीने के पानी के लिएकैंपर मंगवा रहे हैं। पांडे ने बताया कि पीएचईडी की पाइप लाइन टूटने से रोजाना हजारों लीटर पानी की बर्बादी होती है, लेकिन अधिकारियों को बार-बार कहने के बावजूद उनके कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। यही हाल निगम अधिकारियों का है, वे चक्कर तो काट रहे हैं, लेकिन उन्होंने समाधान करने की बजाय लकड़ी की बल्लियां लगाकर आंखें मूंद ली। रामपुरा बस्ती के लोग भी भुगत रहे।

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