Trending Now




जोधपुर प्रेम -सद्भाव का त्योहार होली 17 मार्च को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा । होली को रात्रि मुहूर्त अनुसार भक्त प्रहलाद पूजन के बाद होलिका दहन कर सुख – समृद्धि की कामना की जाएगी । दूसरे दिन 18 मार्च को धुलंडी को लेकर शहरवासियों में खासा उत्साह है । कोविडकाल के लंबे अर्से के बाद उमंग के त्योहार पर सूर्यनगरी के सभी 36 कौम के लोगों ने प्यार- स्नेह की गुलाल से एक दूजे को रंगने की तैयारियां कर ली है । ऋतु परिवर्तन एवं धार्मिक मान्यताओं से जुड़े त्योहार पर शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से नवजात शिशुओं की दीर्घायु के लिए की जाने वाली गेर – ढूंढ के माध्यम से बधाइयां देने की परम्परा का निर्वहन किया जाएगा । ढूंढ की प्रक्रिया 18 मार्च को सुबह से अपराह्न तक शहर के विविध क्षेत्रों में जारी रहेगी । शहर की कई कॉलोनियों में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे । रंगों के त्योहार की पर बाजारों में रंग गुलाल और मिष्ठान विक्रेताओं ने भी प्रतिष्ठान के बाहर विशेष काउंटर की व्यवस्था की है।

पश्चिमी राजस्थान में होलिका दहन कब करे
इस बार भद्रा अर्धरात्रि 01 बजकर 13 मिनट तक रहने के कारण निशीथकाल (मध्यरात्रि 12 बजकर 11 मिनट से मध्यरात्रि 12 बजकर 59 मिनट तक) से आगे चली गई है और शास्त्रों में निशीथकाल के बाद होलिकादहन वर्जित बताया गया है। अत: भद्रा पुच्छकाल या प्रदोषकाल में होलिकादहन करना चाहिए। अत: होलिकादहन रात्रि 9:02 से रात्रि 10:14 के मध्य कर सकते है। ज्योतिष डा. अनीष व्यास ने बताया कि जोधपुर सहित पश्चिमी राजस्थान में भद्रा की समाप्ति निशीथकाल से पहले हो रही है। अत: जोधपुर, सिरोही, बाड़मेर के नगरों में होलिका दहन भद्रा समाप्ति के बाद रात्रि 1:10 बजे ही करना चाहिए। विभिन्न पंचांग व ज्योतिषियों के अनुसार 17 मार्च को होलिका दहन के लिए लोगों के पास केवल 1 घंटा 10 मिनट का समय रहेगा। इस दिन रात 9.02 से 10.14 तक जब भद्रा का पुच्छकाल रहेगा, उस समय होलिका दहन किया जा सकता है। जो लोग इस अवधि में दहन नहीं कर पाएं वे रात डेढ़ बजे के बाद होलिका दहन कर सकते है। फागुन महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 17 मार्च को दोपहर 1:29 से प्रारंभ होकर अगले दिन दोपहर 12.47 तक रहेगी। उदया तिथि में 18 मार्च को पूर्णिमा रहने पर इसी दिन होली खेली जाएगी।

होलिका दहन मुहूर्त
17 मार्च 2022 – रात 9 :02 मिनट से रात 10 :14 मिनट
कुल अवधि – लगभग 1 घंटे 10 मिनट
भद्रा समाप्ति के बाद होलिका दहन मुहूर्त
17 मार्च को देर रात 1:12 बजे से अगले दिन 18 मार्च को सुबह 6:28 बजे तक।
होली तिथि
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ- 17 मार्च 2022 को दोपहर 01:29पूर्णिमा तिथि समाप्त- 18 मार्च 2022 को दोपहर 12:47
रावजी की गेर को लेकर माली समाज में उत्साह
होली के दूसरे दिन 18 मार्च धूलंडी को मंडोर क्षेत्र में रावजी की गेर का आयोजन को लेकर मण्डोर क्षेत्र के माली समाज के लोगों में उत्साह है। माली समाज की ऐतिहासिक गेर मण्डावता बेरा मंदिर चौक से पूजा अर्चना कर शुभारंभ किया जाता है । उसके बाद ही गेर प्रस्थान कर खोखरिया बेरा पहुंचती है । इस बार कोविड -19 गाइडलाइन नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में दर्शक भी शामिल होने की संभावना है। रावजी की ऐतिहासिक गेर में आसपास के बेरों के नाम से जाने वाले क्षेत्रों की गेरें शामिल होती है । राव की गेर रूट को लेकर जिला प्रशासन की ओर से मण्डावता मंदिर चौक से मण्डोर उद्यान स्थित रावकुण्ड तक क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का कार्य, साफ-सफाई, बंद पड़ी रोड लाईटें व राव कुण्ड की भी मरम्मत कार्य व रंग-रोगन का कार्य पूरा कर लिया गया है।
होरिया गायन की परम्परा का निर्वहनयुवा कांग्रेस के पूर्व जिला सचिव लक्ष्मणसिंह सोलंकी ने ने बताया कि कोविड का प्रभाव कम होने से रावजी की गेर को लेकर इस बार विशेष उत्साह एवं उमंग है। क्षेत्र के युवाओं की ओर से शाम के समय ढोल-नगाड़े व चंग पर पारम्परिक होरिया गायन की परम्पराएं की रस्में अदा की जा रही है।

Author